नई दिल्ली: सोमवार को शुरू हो रहे संसद के शीतकालीन सत्र से पहले आज रविवार को नरेंद्र मोदी ऑल पार्टी मीटिंग की अगुवाई करेंगे। केंद्र सरकार ने शी सत्र और अन्य महत्वपूर्ण एजेंडे पर चर्चा करने के लिए सुबह 11.30 बजे यह सर्वदलीय बैठक बुलाई है। वहीं, उपराष्ट्रपति और राज्य सभा के सभा के सभापति वेंकैया नायडू ने संसद संत्र पर चर्चा करने के लिए शाम को राज्यसभा के नेताओं की एक बैठक बुलाई है।
संसद का यह शीतकालीन सत्र काफी महत्वपूर्ण होने वाला है। इस सत्र में केंद्र सरकार कृषि कानूनों के वापसी के लिए विधेयक पेश करेगी। तीन नए कृषि कानूनों को पीएम मोदी ने वापस लेने का ऐलान कर दिया है। पीएम मोदी ने यह भी कहा था कि इसी सत्र में इन कानूनों के वापसी की प्रक्रिया भी पूरी कर ली जाएगी।
हालांकि, भले ही तीन विवादास्पद कानूनों को निरस्त करने के बिल को केंद्रीय कैबिनेट की ओर से मंजूरी दे दी गई हो और आगामी शीतकालीन सत्र में लोकसभा के पारित होने की संभावना हो, लेकिन इसके विरोध में आंदोलन कर रहे किसान इसे पर्याप्त नहीं मानते हैं ओर वो एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) की गारंटी पर अड़े हुए हैं।
कृषि कानूनों के वापस के ऐलान के बाद भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के नेता राकेश टिकैत ने इस सप्ताह की शुरुआत में कहा था कि एमएसपी अभी आंदोलन की प्रमुख मांगों में से एक है और इस तरह से आगामी संसद सत्र में सरकार के फैसले आंदोलन का भविष्य तय करेंगे। दूरसरी ओर विपक्ष कृषि मुद्दों पर सरकार को घरने के लिए सदन में विधेयक पर चर्चा करने पर अड़ा हुआ है।
कांग्रेस ने जारी किया है व्हिप
कांग्रेस ने दोनों सदनों में तीन लाइन का व्हिप जारी कर पार्टी सांसदों को सोमवार को सदन में उपस्थित रहने को कहा है। इसके अलावा कांग्रेस पार्टी की संसद सत्र शुरू होने से एक घंटे पहले विपक्षी दलों के साथ बैठक करने की भी योजना है जिसमें महत्वपूर्ण मुद्दों को उठाने पर चर्चा हो सकती है।