गेंदबाजी फॉलो थ्रू में आर अश्विन को वार्निंग देने पर सुनील गावस्कर ने अंपायर को लगाई लताड़
नई दिल्ली: अनुभवी भारतीय स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने कानपुर टेस्ट के तीसरे दिन न्यूजीलैंड के बल्लेबाज टॉम लैथम को आउट करके भारत को बड़ी सफलता दिलाई। इससे पहले उन्होंने सलामी बल्लेबाज विल यंग को आउट करके भारत को दिन की पहली सफलता दिलाई थी। हालांकि मैदानी पर स्टंप्स पर गेंदबाजी करते समय अंपायर भारतीय स्पिनर अश्विन के फॉलो थ्रू एक्शन से खुश नहीं थे और कई बार उन्हें चेतावनी भी दी। करीब चार बार अश्विन को वार्निंग देने के बाद पूर्व भारतीय बल्लेबाज सुनील गावस्कर इस मामले में अंपायर पर जमकर निशाना साधा है।
नाराज गावस्कर ने इस मामले में अंपायरों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि इसके लिए कोई जुर्माना नहीं होना चाहिए। उन्होंने कमेंट्री के दौरान कहा, ‘रहाणे यह कहने के लिए आ रहे थे कि अश्विन दूर हैं और वो डेंजर जोन में नहीं जा रहे हैं, तो क्या बात है। मुझे लगता है कि यह अंपायर के लिए कठिन है क्योंकि वह यह नहीं देख पाएगा कि क्या होता है। इसकी सजा क्या है? क्या यह कहीं लिखा है?, जैसा कि मैं जानता हूं ऐसा कुछ नहीं है। अगर गेंद हेलमेट से टकराती है तो पेनल्टी है लेकिन अगर अश्विन ऐसा करता रहे तो क्या पेनल्टी है? क्या आपको लगता है कि अश्विन ऐसा करना जारी रखेंगे रहेंगे?
अंपायर नितिन मेनन और अश्विन के बीच काफी बातचीत हुई। दरअसल इसकी वजह उनका गेंदबाजी फॉलो थ्रू रहा। अश्विन जब गेंदबाजी खत्म करने के बाद जब उनके सामने से निकल कहे थे तो नितिन के परेशानी हो रही थी। अश्विन ने कीवी बल्लेबाज टॉम लैथम को राउंड दा विकेट गेंदबाजी कर रहे थे। इस दौरान अश्विन फॉलो थ्रू में सीधा न जाते हुए अंपायर के सामने से क्रॉस कर रहे थे। इससे मैदानी अंपायर को शिकायत हुई और नितिन मेनन ने इसे लेकर अश्विन से बातचीत करने लगे। न्यूजीलैंड की पारी के 77वें ओवर में अंपायर मेनन ने पहली बार अश्विन को टोका और उनके फॉलो थ्रू को लेकर उन्हें चेतावनी दी। इस दौरान कप्तान अजिंक्य राहणे भी अश्विन के साथ मेनन के पास आ गए और उनसे बातचीत करने लगे। अंपायर का कहना था कि अश्विन डेंजर एरिया में आ रहे हैं लेकिन टीवी रिप्ले में अश्विन बड़ी समझदारी से डेंजर एरिया में आने से पहले ही क्रॉस कर रहे हैं। ओवर के बीच में भी दोनों के बीच काफी बातचीत हुई।