बच्चों को पढ़ाई और खेलकूद के बीच संतुलन बनाना चाहिए
नई दिल्ली । स्कूल जाने वाले बच्चों की छुट्टियों के बाद फिर से वही रूटीन शुरू हो जाएगा। रोज सुबह जल्दी उठना, स्कूल जाना, पढ़ाई करना फिर वापस आकर लंच करने के बाद होमवर्क करना और शाम को थोड़ी देर खेलना। आज के समय में बच्चों को खेलने के लिए ज्यादा वक्त नहीं मिलता है। वैसे भी कुछ समय बाद परीक्षाएं शुरू हो जाती हैं, तो उन पर वैसे भी पढ़ाई का काफी दबाव होता है। ऐसे में माता-पिता को चाहिए की बच्चों की पढ़ाई और खेलकूद के बीच संतुलन का ध्यान रखे। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर टाइम को सही से मैनेज किया जाए, तो हर चीज के लिए वक्त निकाला जा सकता है।
हमें शुरुआत से ही बच्चों की पढ़ाई और खेलकूद के बीच संतुलन बनाए रखने के लिए उन्हें टाइम-टेबल फॉलो कराना चाहिए। इसके कई फायदे हैं। इससे बच्चे अपने समय का सदुपयोग करना सीखेंगे, जिससे खेलने के साथ-साथ उनकी पढ़ाई भी सुचारू रूप से चलती रहेगी। इस वजह से वो अनुशासित भी होंगे। इसके अलावा हमें उनके खानपान पर भी विशेष ध्यान देना चाहिए। यह पोषक तत्वों से भरपूर हों, ताकि जब परीक्षाएं शुरू हों, तो वो मानसिक और शारीरिक रूप से तैयार होकर तनावमुक्त परीक्षा दें। सिर्फ एक परीक्षा जिंदगी को निर्धारित नहीं करती, इसके आगे जिंदगी के मायने और भी हैं। जरूरत है,