सप्ताह में दो दिन उपवास से काबू में आएगा मधुमेह
मधुमेह (डायबिटीज) के शिकार लोगों के लिए ब्लड शुगर और वजन को नियंत्रित रखना बहुत आवश्यक होता है। इसके लिए डॉक्टर उन्हें संतुलित खानपान या डायटिंग की सलाह देते हैं। मगर ऑस्ट्रेलिया स्थित यूनीवर्सिटी ऑफ साउथ ऑस्ट्रेलिया के विशेषज्ञों ने दावा किया है कि कैलोरी नियंत्रित करने वाली डाइट की जगह डायबिटीज को अन्य तरीके से भी नियंत्रित किया जा सकता है। उन्होंने हफ्ते में दो दिन उपवास रखने और पांच दिन सामान्य खानपान रखने का सुझाव दिया है। शोध में उन्होंने दावा किया है कि इस तरह से भी हफ्ते में उनकी कैलोरी की खपत 600 कैलोरी ही रहेगी। दुनिया में पहली बार हुए अपनी तरह के इस शोध में विशेषज्ञों ने दावा कि टाइप 2 डायबिटीज को नियंत्रित करने के लिए वजन बहुत बड़ा कारण है।
मोटापा टाइप 2 डायबिटीज होने का बहुत बड़ा कारण है। डायबिटीज नियंत्रित करने के लिए कैलोरी आधारित डायट लेना आम बात है। मगर लिवर में फैट की मौजूदगी ब्लड शुगर को काबू करना मुश्किल हो जाता है। इससे शरीर में इंसुलिन के खिलाफ प्रतिरोध करने लगता है। पूरे हफ्ते नियंत्रित डाइट लेना मुश्किल होता है खासतौर से उन लोगों के लिए जो एक तरह के खानपान पर नहीं टिक पाते हैं। इनकी स्थिति और खराब होने का खतरा होता है। इसलिए हफ्ते में दो दिन उपवास करना भी बेहतर विकल्प हो सकता है। डायबिटीज के मरीज ऐसे भी अपनी हफ्तेभर की कैलोरी नियंत्रित कर सकते हैं। इसमें लगातार दो दिन उपवास नहीं रखना है, बल्कि अपनी सुविधा से कर सकते हैं। टाइप 2 डायबिटीज के मरीजों को पौष्टिक खाना खाने की सलाह दी जाती है, ताकि उनका ब्लड शुगर का स्तर सामान्य रखा जा सके।
ब्रिटेन में जहां 37 लाख लोग डायबिटीज के मरीज हैं, वहीं अमेरिका में 3 करोड़ और 17 लाख ऑस्ट्रेलिया में इसके शिकार हैं। भारत में डायबिटीज पर प्रति व्यक्ति सालाना खर्च 27,400 रुपये है। नए शोध में विशेषज्ञों का सुझाव है कि टाइप 2 डायबिटीज के शिकार लोग अगर हफ्ते में दो दिन उपवास करते हैं, तो बाकी के 5 दिन वह जो चाहें खा सकते हैं। सात दिन लगातार डायटिंग हो या 5:2 का प्लान, दोनों से समान रूप से ब्लड ग्लूकोज को काबू किया जा सकता है। विशेषज्ञों ने डायबिटीज के मरीजों को दो हिस्सों में बांटा। एक समूह को 5:2 का डायट प्लान पर रखा गया, तो दूसरे को पूरे हफ्ते की डायटिंग पर रखा गया। 5:2 डायट प्लान वालों को रोजाना 1200 से 1500 कैलोरी रोजाना दी गईं। जिन दो दिनों में उन्हें हल्का या नहीं के बराबर कुछ भी खाना था उसमें उन्होंने 500 से 600 कैलोरी का सेवन किया। विशेषज्ञों ने देखा कि 5:2 प्लान वाले और रोजाना नियंत्रित खाना खाने वाले दोनों समूहों के लोगों का वजन औ ब्लड शुगर स्तर समान रूप से नियंत्रित रहा।