12 टेस्ट में 20 से कम का औसत, फिर भी खेलेगा… विराट कोहली के लिए कुर्बान होगा ब्रैडमैन का रिकॉर्ड तोड़ने वाला!
भारत-न्यूजीलैंड (India vs New Zealand) के बीच टेस्ट सीरीज का आखिरी मैच 3 दिसंबर से मुंबई के वानखेड़े मैदान पर होगा. इस टेस्ट मैच को जीतने पर नजर दोनों टीमों की रहेगी. क्योंकि इसी के नतीजे से सीरीज के विजेता का फैसला भी होगा. ऐसे में जाहिर है कि दोनों टीमें पूरी ताकत झोंक देंगी. और ताकत बताई नहीं दिखाई जाती है. क्रिकेट मैच में ताकत का अंदाजा टीमों के प्लेइंग इलेवन से लगता है, जो कि मुंबई टेस्ट से पहले भारतीय थिंक टैंक के लिए पहेली बनी है. मुंबई टेस्ट में भारतीय टीम में विराट कोहली की वापसी होने वाली है. ऐसे में वो टीम में किसकी जगह लेंगे, कौन उसके लिए कुर्बान होगा, ये एक बड़ा सवाल है.
हालांकि, सवाल है तो उसका जवाब भी है. और जवाब दो खिलाड़ियों की जगह में छिपा है. पहला वो जिसने साल 2021 में खेले 12 टेस्ट में 20 से भी कम के औसत से रन बनाए हैं और दूसरा वो जिसे अपने अब तक के टेस्ट करियर में ब्रैडमैन का रिकॉर्ड तोड़ने का अनुभव हासिल है. हम बात कर रहे हैं अजिंक्य रहाणे और मयंक अग्रवाल की.
अजिंक्य रहाणे का 19.57 का औसत ले डूबेगा!
अजिंक्य रहाणे का टेस्ट क्रिकेट में रन बनाने का औसत इस कैलेंडर ईयर 19.57 का रहा है. जो कि उनके खराब फॉर्म की ओर इशारा कर रहा है. इस दौरान उन्होंने 3 देशों- ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के खिलाफ 12 टेस्ट खेले. इन 12 टेस्ट में 8 पारियां ऐसी रही, जिसमें रहाणे डबल फीगर तक भी नहीं पहुंचे. उनका सर्वाधिक स्कोर 67 रन का रहा जो उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ चेन्नई टेस्ट में बनाया था. लेकिन इस खराब फॉर्म के बावजूद रहाणे के खेलने के आसार हैं, क्योंकि उन्हें टीम के कोच और सपोर्ट स्टाफ का भरोसा हासिल है. अगर ऐसा हुआ कि रहाणे खेले तो साढ़े 8 साल के करियर में अपने होम ग्राउंड पर ये उनका पहला टेस्ट मैच होगा.
विराट कोहली के लिए मयंक होंगे कुर्बान!
अब रहाणे खेलेंगे तो किसी न किसी को तो विराट कोहली के लिए रास्ता बनाना पड़ेगा. तो ये कुर्बानी फिर मयंक अग्रवाल को देनी पड़ सकती है, जिन्होंने 2 साल पहले टेस्ट में सबसे तेज दो डबल सेंचुरी जड़ने के मामले में ब्रैडमैन को पीछे छोड़ा था. ब्रैडमैन ने ये कमाल अपनी 13वीं इनिंग में किया था जबकि मयंक ने 12वीं पारी में ही कर दिया था.
मयंक अग्रवाल ने कानपुर टेस्ट में भारत के लिए पारी की शुरुआत की थी. वहां उन्होंने दोनों पारियों को मिलाकर 15 की मामूली औसत से सिर्फ 30 रन बनाए थे. यानी पहला टेस्ट मयंक के लिए भी कुछ अच्छा नहीं बीता. लेकिन उनके प्लेइंग इलेवन में होने से टीम की ओपनिंग की गणित मजबूत रह सकता है. खैर, शुरुआती रुझान यही कहते हैं कि मयंक को विराट कोहली की वापसी कराने के लिए बाहर जाना पड़ेगा. लेकिन, फाइनल फैसला होना अभी बाकी है. उम्मीद है कि जो टीम हित में होगा वही मैनेजमेंट भी करेगा.