व्यापार
पांच साल में एक लाख करोड़ का होगा स्वास्थ्य बीमा कारोबार


विजयन ने स्पष्ट किया कि वह कोई भविष्यवाणी नहीं कर रहे हैं, लेकिन जिस रफ्तार से स्वास्थ्य बीमा कारोबार बढ़ रहा है अगले चार-पांच साल में इसका एक लाख करोड़ रुपए तक पहुंचना संभव है।
भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग महासंघ फिक्की द्वारा स्वास्थ्य बीमा पर यहां आयोजित एक सम्मेलन में उन्होंने कहा कि फिलहाल देश की महज आठ प्रतिशत आबादी ही स्वास्थ्य बीमा के दायरे आती है, जबकि तकरीबन 15 प्रतिशत विभिन्न सरकारी योजनाओं के तहत स्वास्थ्य कवरेज का लाभ उठा रही है।
इरडा-आई अध्यक्ष ने कहा कि यदि स्वास्थ्य बीमा कंपनियां ग्राहकों की अपेक्षाओं और अपने उत्पादों के बीच सामंजस्य बिठाना चाहती हैं तो उन्हें अपना ग्राहक आधार आठ प्रतिशत से बढ़ाकर करीब 25 प्रतिशत तक ले जाना होगा। उन्होंने कहा कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो प्रीमियम बढ़ेगा और बीमा के दायरे में आने वाली बीमारियों तथा सेवाओं में कमी आएगी।