उंगलियां चटकाने वाले ज़रूर जान लें ये बात, वरना मुसीबत के लिए रहें तैयार
बहुत से व्यक्ति जाने अनजाने में ऐसी बहुत सी गलतियां कर बैठते हैं जिसकी वजह से आने वाले समय में उनको पछताना पड़ता है इनमें से बहुत सी गलतियां ऐसी होती है जिसकी वजह से हमारे शरीर पर इनका बहुत ही बुरा प्रभाव पड़ता है और इन्हीं गलतियों में से एक गलती है अपनी उंगलियां चटकाना, ऐसे बहुत से लोग हैं जिनको अपनी उंगलियां चटकाना बड़ा ही अच्छा लगता है और उनको अपनी उंगलियों को चटकाने में बड़ा आनंद भी महसूस होता है कुछ व्यक्ति तो दिन में एक या दो बार अपनी उंगलियां चटकाते हैं परंतु कुछ लोग तो ऐसे होते हैं जो थोड़ी थोड़ी देर बाद ही जोर-जोर से अपनी उंगलियों को चटकाते रहते हैं परंतु आप लोगों ने यह कभी सोचा है कि बार-बार इन उंगलियों को चटकाने से हमको कितना बड़ा नुकसान होता है शायद इस बात की जानकारी उन लोगों को नहीं है।
आज हम आपको इस लेख के माध्यम से कुछ ऐसी जानकारियां बताने जा रहे हैं जिसको जानने के बाद आप अपनी उंगलियां कभी भी नहीं चटकायेंगें।
आइए जानते हैं इसके बारे में
यदि हम डॉक्टरों के अनुसार देखे तो उंगलियां चटकाना ना ही अच्छा है और ना ही बुरा है परंतु जो व्यक्ति दिन में कई बार अपनी उंगलियों को चटकाते हैं उनको जोड़ों से संबंधित बहुत सी परेशानियों का सामना करना पड़ता है उनके जोड़ों में दर्द जैसी समस्या उत्पन्न हो जाती है क्योंकि बहुत से अध्ययनों में इस बात का दावा किया गया है कि यदि उंगलियां चटकाई जाए तो इससे जोड़ों पर बुरा प्रभाव पड़ता है।
व्यक्ति अपनी उंगलियां बार-बार चटकाता है तो उसकी इस आदत की वजह से उसको गठिया जैसे दर्द नाक बीमारी का शिकार होना पड़ सकता है इतना ही नहीं आपकी जानकारी के लिए बता दे कि ब्रिटिश के एक अंग्रेजी अखबार के रिपोर्ट के अनुसार उंगलियों को चटकाने की आदत गठिया जैसी बीमारी का सबब बन सकती है क्योंकि उंगलियों की हड्डियां लिगामेंट से एक दूसरे से जुड़ी हुई होती है परंतु जब भी अपनी उंगलियों को चटकाते हैं तब इन हड्डियों में दरार आती है।
आपको बता दें कि उंगलियों की हड्डियां आपस में लिगामेंट से जुड़ी हुई होती है और हम जब बार-बार अपनी उंगलियों को चटकाते हैं तो उंगलियों के बीच में होने वाला लिक्विड कम होने लगता है और अगर यह लिक्विड समाप्त हो जाए तो हमें गठिया जैसी गंभीर बीमारी का सामना करना पड़ सकता है।
यदि कोई व्यक्ति अपनी उंगलियां बार-बार चटकाता है तो इससे उसकी हड्डियां बार-बार दूसरी हड्डी से खींचती है और अगर जोड़ों को बार-बार खींचा जाए तो इससे हमारी हड्डियों की पकड़ भी कमजोर बन जाती है जिसकी वजह से हमारी उंगली टूट भी जाती है।