भ्रष्टाचार-महंगाई के मुद्दे पर वरुण ने अपनी सरकार को घेरा, बोले- छोटे उत्पादक काम-धंधा बंद करने को हैं मजबूर
पीलीभीत: पीलीभीत से सांसद वरुण गांधी को कभी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का फायर ब्रांड नेता माना जाता था। लेकिन अब वरुण गांधी ज्वलंत मुद्दों को लेकर लगातार ट्वीट कर रहे है और अपनी सरकार के खिलाफ असहज करने वाले सवाल उठा रहे हैं। तो वहीं, अब वरुण गांधी ने भ्रष्टाचार-महंगाई और आर्थिक नीतिगत अव्यवस्था का मुद्दा उठाया है। छोटे उत्पादक काम-धंधा बंद करने को हैं मजबूर: वरुण गांधी हाला ही में पीलीभीत से बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने एक अखबर में प्रकाशित खबर को ट्वीट किया है। खबर शीर्षक है 6% छोटे दुकानदारों व 14% उत्पादकों ने समेटा कारोबार।
भ्रष्टाचार, महंगाई और आर्थिक नीतिगतअव्यवस्था के कारण बड़ी संख्या में छोटे उत्पादक और दुकानदार काम-धंधा बंद करने पर मजबूर हैं। एमाज़ॉन, वालमार्ट के बजाय अपने पड़ोस के छोटे दुकानदारों से खरीदारी करके इनका साथ दीजिए। वैश्विक मंदी के समय इन्होंने ही देश की अर्थव्यवस्था को सम्भाला था। बताते चलें कि इससे पहले भी वरुण गांधी ने किसानों और युवाओं के दर्द से जुड़ने का प्रयास किया था। वह लगातार किसानों के मुद्दों पर ट्वीट करते रहे हैं। इसी महीने उन्होंने बेरोजगारी के मुद्दे को छेड़ते हुए दो बार खाली पड़े पदों पर भर्ती न होने का मुद्दा उठाया था। युवाओं के दर्द से भी जुड़ने की कोशिश की थी। किसानों और युवाओं के दर्द को अपने ट्वीट के माध्यम से छूने के बाद अब सांसद वरुण गांधी ने आम दुकानदारों के दर्द को उठाया है।
वरुण गांधी आए-दिन विभिन्न मुद्दों पर बीजेपी के खिलाफ ट्वीट करते हैं, हालांकि पार्टी उनके खिलाफ कोई सख्त कदम नहीं उठा रही। इसके पीछे बड़ा कारण आने वाला विधानसभा चुनाव है। दरअसल, 2022 में यूपी में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। वरुण गांधी जिस जिले और लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं वह गन्ना बेल्ट होने के साथ ही किसान प्रधान है। गन्ना पश्चिमी यूपी में खूब होता है और गन्ना किसानों में एकजुटता भी खूब देखी जाती है। वरुण गांधी पर बीजेपी सख्त कार्रवाई से बच रही है क्योंकि उन्हें छेड़ने का मतलब है, नाराज किसानों को और गुस्सा करना।