गोरखपुर विवि: सीबीसीएस प्रणाली में हर विद्यार्थी को कराना होगा पंजीकरण
गोरखपुर: ‘वाइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम (सीबीसीएस) प्रणाली सेमेस्टर सिस्टम के अंतर्गत दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय परिसर एवं समस्त संबद्ध कालेज (सरकारी/ सहायता प्राप्त/स्ववित्तपोषित) में प्रत्येक छात्र को अलग-अलग पाठ्यक्रमों के लिए खुद को पंजीकृत करना होगा।
सत्र 2021-22 के सभी छात्रों को कराना होगा पंजीकरण
नई सीबीसीएस सिस्टम/सेमेस्टर प्रणाली के अंतर्गत पंजीकरण पत्र को शिक्षकों द्वारा हस्ताक्षरित करना होगा तथा इसके साथ ही शिक्षकों को शिक्षण समय सारिणी और शिक्षकों की उपलब्धता के बारे में भी बताना होगा। विश्वविद्यालय परिसर में शैक्षणिक सत्र 2021-22 के सभी स्नातक छात्र, स्नातकोत्तर (सत्र 2020-21 एवं 2021-22) के छात्र और पीएचडी (सत्र 2019-20 एवं 2020-21) के छात्रों को पंजीकरण करवाना अनिवार्य है।
महाविद्यालय के छात्रों का भी होगा पंजीकरण
समस्त संबद्ध महाविद्यालयों के स्नातक एवं स्नातकोत्तर छात्र (सत्र 2021-22) को पंजीकरण कराना होगा। शिक्षकों के हस्ताक्षर के बाद छात्रों को इसे वित्त अधिकारी/लेखाधिकारी (लेखा), परीक्षा नियंत्रक और कुलसचिव द्वारा हस्ताक्षरित करवाना होगा। विश्वविद्यालय परिसर में पंजीकरण के उद्देश्य से स्नातकोत्तर और पीएचडी छात्रों के लिए विभागाध्यक्ष कार्यालय एवं स्नातक छात्रों के लिए डीन कार्यालय में पंजीकरण कार्ड उपलब्ध है। यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि प्रत्येक छात्र को वित्त अधिकारी/लेखाधिकारी के हस्ताक्षर प्राप्त करने होंगे। जिन्हें अपनी सभी देय फीस और पंजीकरण शुल्क आनलाइन जमा प्रणाली के माध्यम से जमा किया जाना होगा।
सीसी सड़क पर नहीं डाल रहे थे पानी, 50 हजार जुर्माना
महेसरा में बन रहे इलेक्ट्रिक बस चार्जिंग स्टेशन तक की सीसी सड़क पर पानी डालकर तराई न करने वाले ठीकेदार पर नगर निगम ने 50 हजार रुपये जुर्माना लगाया है। ठीकेदार को चार दिसंबर तक सड़क का निर्माण पूरा करना था लेकिन बुधवार तक काम अधूरा था।
ठीकेदार को जारी हुई नोटिस
नगर निगम के मुख्य अभियंता सुरेश चंद ने बताया कि मेसर्स शिवम इंफ्रास्ट्रक्चर को सीसी सड़क के निर्माण का काम सौंपा गया है। सड़क 21 अक्टूबर तक बना लेनी थी लेकिन काम नहीं पूरा हुआ तो ठीकेदार को 29 नवंबर को नोटिस जारी किया गया था। शासन ने चार दिसंबर तक काम पूरा न होने पर ठीकेदार को काली सूची में डालने के निर्देश दिए थे। साथ ही एफआइआर दर्ज कराने के लिए कहा गया था। अब ठीकेदार को नोटिस जारी कर तत्काल काम पूरा करने को कहा गया है।