शहीदों को बेटियों का आखिरी सलाम कोई एकटक देखता रहा तो किसी ने कॉफिन को चूमा
नई दिल्ली। भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत, ब्रिगेडियर एल एस लिद्दर और 10 अन्य रक्षा कर्मियों के पार्थिव शरीर पर गुरुवार को दिल्ली के पालम एयरबेस पहुंचा। इनके पार्थिव शरीर एक सैन्य विमान से दिल्ली लाए गए। पार्थिव शरीरों के एयरबेस पहुंचने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समते रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने श्रद्धांजलि अर्पित किए। इसके बाद शहीदों के परिवार के सदस्य और रिश्तेदारों ने भी श्रद्धांजलि अर्पित की, जो कि पहले से ही एयरबेस पर मौजूद थे।
पीएम मोदी और अन्य नेताओं और सैन्य अधिकारियों की ओर से श्रद्धांजलि देने के बाद माहौल उस समय गमगीन हो गया जब शहीदों के परिवार के सदस्य और बेटियों ने श्रद्धांजलि देनी शुरू की। इस बीच हेलिकॉप्टर दुर्घटना में शहीद हुए ब्रिगेडियर एलएस लिद्दर की बेटी, पिता के कॉफिन के पास पहुंचीं। पिता के कॉफिन के सामने पहुंचने के बाद कुछ देर खड़ी रहीं और फिर झुककर उनके ताबूत को चूम लिया। पालम हवाई अड्डे पर हृदय विदारक दृश्य दिखे। जनरल रावत और उनकी पत्नी के पार्थिव शरीरों को शुक्रवार सुबह 11 बजे से दोपहर 12:30 बजे तक आम जनता के अंतिम दर्शन के लिए उनके 3 कामराज मार्ग स्थित आवास पर रखा जाएगा। दोपहर 12:30 बजे से दोपहर 1:30 बजे के बीच का समय सैन्य कर्मियों के लिए बिपिन रावत और उनकी पत्नी को श्रद्धांजलि देने के लिए होगा।
जनरल रावत की अंतिम यात्रा उनके आवास से बरार स्क्वायर श्मशान घाट तक अपराह्न करीब 2 बजे शुरू होगी। अंतिम संस्कार शाम 4 बजे निर्धारित है। ब्रिगेडियर लिद्दर का अंतिम संस्कार सुबह नौ बजे किया जाएगा। दुर्घटना में मारे गए अन्य कर्मियों में लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह, विंग कमांडर पी एस चौहान, स्क्वाड्रन लीडर के सिंह, जेडब्ल्यूओ दास, जेडब्ल्यूओ प्रदीप ए, हवलदार सतपाल, नायक गुरसेवक सिंह, नायक जितेंद्र कुमार, लांस नायक विवेक कुमार और लांस नायक साई तेजा शामिल हैं।