ब्रिटेन में नए वैरिएंट से हुई दुनिया की पहली मौत
लंदन: ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने सोमवार को कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वैरिएंट से देश में पहली मौत की पुष्टि की। वहीं, ब्रिटेन में वॉक-इन टीकाकरण केंद्रों के बाहर लंबी कतारें देखी गईं, जहां लोग टीके की बूस्टर खुराक पाने के इंतजार में थे। पश्चिम लंदन में एक टीका क्लिनिक के दौरे पर, जॉनसन ने ओमिक्रॉन वैरिएंट के कम गंभीर होने को लेकर संतोष का भाव होने के खिलाफ चेतावनी दी और ओमिक्रॉन से निपटने के उपायों के तहत अब और प्रतिबंध नहीं लगाने की संभावना से भी इनकार कर दिया। बता दें कि भारत में भी यह वैरिएंट तेजी से फैल रहा है और अभी तक कुल 41 मामलों की पुष्टि हो चुकी है।
फिलहाल सरकार ने घर से काम करने का निर्देश दिया हुआ है। जॉनसन ने मीडिया से कहा, “दुख की बात है, लेकिन हां, ओमिक्रॉन के चलते लोग अस्पताल में भर्ती हो रहे हैं और दुखद है कि कम-से-कम एक मरीज की ओमिक्रॉन से संक्रमित होने की वजह से मौत की पुष्टि हुई है।” उन्होंने कहा, “इसलिए, मेरे हिसाब से यह मानना कि यह वायरस का एक मामूली वैरिएंट है, मुझे लगता है कि यह कुछ ऐसा है जिसे हमें भूलने की जरूरत है और बस उस तीव्र गति को पहचानने की जरूरत है, जिससे यह आबादी के बीच फैल रहा है। इसलिए, सबसे बेहतर होगा कि हम सब टीकों की बूस्टर खुराक लें।”
इससे पहले, बोरिस जॉनसन ने अत्यधिक संक्रामक वैरिएंट की “भीषण लहर” की चेतावनी दी थी, जब उन्होंने रविवार रात टेलीविजन पर एक अत्यावश्यक संबोधन दिया था। उन्होंने एक उन्नत ओमिक्रॉन आपातकालीन बूस्टर अभियान की घोषणा की, जिसमें 18 वर्ष से अधिक आयु के सभी वयस्कों के लिए कोविड-19 टीके की तीसरी अतिरिक्त खुराक साल के अंत तक ले लेने की समय-सीमा निर्धारित की गई है।