देहरादून: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी उत्तर प्रदेश के वाराणसी में मुख्यमंत्रियों के कॉन्क्लेव में हिस्सा लेने के लिए पहुंचे, लेकिन उससे पहले उन्होंने बाबा काशी विश्वनाथ के दर्शन किए. इस दौरान धामी के साथ उनकी पत्नी गीता धामी भी मौजूद थीं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काशी विश्वनाथ कॉरिडोर प्रोजेक्ट के लोकार्पण के अवसर पर भारतीय जनता पार्टी ने अपनी सरकारों वाले राज्यों के मुख्यमंत्रियों और उप मुख्यमंत्रियों को एक मंच पर बुलाकर बैठक की. काशी विश्वनाथ प्रोजेक्ट के फेज़ 1 का उद्घाटन प्रधानमंत्री के हाथों होने के अवसर के साक्षी बनने के लिए भाजपा के तमाम मुख्यमंत्री भी काशी विश्वनाथ पहुंचे.
उप्र और उत्तराखंड दोनों ही राज्यों में विधानसभा चुनाव अगले साल की शुरुआत में ही होने हैं इसलिए इन दोनों ही राज्यों में विकास परियोजनाओं के ताबड़तोड़ शुभारंभ हो रहे हैं. बीते 4 दिसंबर को देहरादून में बड़ी जनसभा के बाद काशी में प्रधानमंत्री का भव्य कार्यक्रम हुआ.
तमाम मुख्यमंत्रियों के सम्मेलन से पहले सीएम धामी अपनी पत्नी के साथ काशी विश्वनाथ के दर्शन के लिए पहुंचे, तब मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि यूपी और उत्तराखंड ही नहीं, बल्कि देश भर में पीएम मोदी के नेतृत्व में धार्मिक भावना और स्थलों का विकास जमकर हो रहा है.
उत्तराखंड के सीएम धामी के अलावा मुख्यमंत्री कॉन्क्लेव में हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर, गोवा के सीएम प्रमोद सावंत, हिमाचल प्रदेश के सीमए जयराम ठाकुर, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र भाई पटेल, अरुणाचल के सीएम प्रेमा खांडू जैसे कई नेता दिखाई दिए. जिस काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के उद्घाटन अवसर पर यह कॉन्क्लेव हुई, वह 339 करोड़ रुपये का प्रोजेक्ट है, जिसके तहत कई भवन बनने हैं. फेज़ 1 के तहत 23 भवनों का लोकार्पण किया जाएगा. काशी आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधाओं के लिए इस कॉम्प्लेक्स में यात्री सुविधा केंद्र, वैदिक केंद्र, मुमुक्षु भवन, भोगशाला, सिटी म्यूज़ियम, भोजन गृह, वीथिकाओं आदि जैसी सुविधाएं दी जाएंगी.