बहन ने मरीज बन आसनसोल के डाक्टर से बनाया रिश्ता, भाइयों ने कर ली चार लाख की ठगी
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धनबाद/ आसनसोल: पश्चिम बंगाल के आसनसोल दक्षिण थाना अंतर्गत चेलीडंगाल इलाके में स्थित एक निजी नर्सिंग होम के लैप सर्जन डाक्टर एसएन झा से जालसाजी कर उनसे चार लाख रुपये ऐंठने के मामले में पीडि़त पक्ष की शिकायत पर मामले को गंभीरता से लेते हुए आसनसोल दक्षिण थाने की पुलिस ने इस मामले में धनबाद (झारखंड) के हीरापुर निवासी अभिषेक बनर्जी तथा अभिजीत बनर्जी को गिरफ्तार किया है। मंगलवार को आसनसोल जिला अदालत के सीजेएम कोर्ट में दोनों को पेश किया। मौके पर मौजूद पुलिस के जांच अधिकारी ने आरोपियों के स्तर से उक्त जालसाजी किए गए रुपये की बरामदगी, कांड में शामिल अन्य आरोपित की गिरफ्तारी सहित उक्त कांड में अपनी छानबीन की प्रक्रिया पूरी करने के लिए आरोपितों की सात दिन की पुलिस रिमांड की मांग की। जिसके बाद कोर्ट ने आरोपितों की चार दिन की पुलिस रिमांड पर जाने का आदेश दिया।
मरीज बन कर आई महिला की तलाश
इस मामले में पुलिस को महिला प्रिया बनर्जी की तलाश है, फिलहाल वह फरार बताई जा रही है। शिकायतकर्ता सह लैप सर्जन एस. एन झा ने अपनी शिकायत में कहा है कि बीते 18 जनवरी को अस्पताल में प्रिया बनर्जी नामक एक महिला मरीज के रूप में दाखिल हुई थी। कुछ दिन चिकित्सीय सेवा लेने के बाद वह बीते 15 फरवरी को अस्पताल से डिस्चार्ज हो गई। इस दौरान मरीज और उसके दो भाई अभिषेक बनर्जी तथा अभिजीत बनर्जी ने डॉक्टर एस. एन झा से अपने संपर्क और बेहतर कर लिया। गत 18 फरवरी को प्रिया तथा उसके दो भाई अभिषेक तथा अभिजीत शिकायतकर्ता के चेंबर में घुस आए तथा कहने लगा कि उनका हाइवा गाड़ी सड़क हादसे की शिकार हो गई है। तत्काल उन्हें चार लाख की आवश्यकता है। जिसे वे लोग तीन दिन में वापस कर देंगे। उन्होंने इस दौरान कहा था कि निरसा में उनकी कोई बनर्जी ट्रांसपोर्ट है जिसे वे लोग ही संचालित करते हैं। शिकायतकर्ता उनकी बातों में आ गया और उन्हें चार लाख रुपये दे दिए।
छानबीन में निरसा में नहीं मिला बनर्जी ट्रांसपोर्ट
वहीं कुछ दिन गुजरने के बाद शिकायतकर्ता ने जब उनसे संपर्क कर अपने पैसों की मांग की। तब ये आरोपित उन्हें टालमटोल करने लगे। वहीं शिकायतकर्ता ने जब मामले की छानबीन की तब देखा गया कि बनर्जी ट्रांसपोर्ट नाम का कोई ट्रांसपोर्ट निरसा में है ही नहीं। बाद में शिकायतकर्ता को पता चला कि इन आरोपितों ने उनके साथ जालसाजी कर उनसे चार लाख रुपये ऐंठ लिए हैं। वहीं दूसरी ओर पुलिस मामले की जांच में जुटी है।