काशी में प्रसाद के साथ बांटी जा रही बुकलेट
वाराणसी: वाराणसी के लोगों के बीच इन दिनों विश्वनाथ धाम के प्रसाद के साथ बांटी जा रही बुकलेट चर्चा में है. बुकलेट में श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के विध्वंस के प्रयास और पुनर्निर्माण का उल्लेख किया गया है. काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के लोकर्पण के दौरान भी लोगों को निमंत्रण कार्ड बांटा गया था जो चर्चा में रही थी.
क्या है बुकलेट में
बुकलेट के पेज नंबर 5 पर श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के विध्वंस के प्रयास का जिक्र किया गया है. लिखा गया है कि 11वीं सदी में राजा हरिश्चंद्र ने मंदिर का जीर्णोद्धार कराया था. इसके बाद 1194 में मुहम्मद गोरी ने इसे तुड़वा दिया था. फिर 1447 में जैनपुर के सुल्तान महमूद शाह ने मंदिर को तुड़वा दिया. इसके बाद 1662 में शाहजहां ने मंदिर तोड़ने के लिए सेना भेजी.
आगे लिखा है कि विश्वनाथ मंदिर को तो उनकी सेना नहीं तोड़ सकी लेकिन काशी के अन्य 63 मंदिर तोड़ दिये गये. इसके बाद 1669 में औरंगजेब ने फरमान जारी कर काशी विश्वनाथ मंदिर को ध्वस्त करने का आदेश दिया.
लोकार्पण निमंत्रण कार्ड भी चर्चा में था
इससे पहले काशी विश्वनाथ कॉरिडोर लोकार्पण कार्यक्रम में लोगों को बांटे गए निमंत्रण कार्ड में मुगल आक्रांताओं के द्वारा विश्वनाथ मंदिर के विध्वंस की कहानी छापी गई थी, जिससे निमंत्रण कार्ड चर्चा में रही थी. बता दें कि 13 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विश्वनाथ कॉरिडोर धाम ( Kashi Vishwanath corridor) का लोकार्पण किया था. इस मौके को केंद्र और यूपी सरकार ने विशाल और व्यापक कार्यक्रम बनाया था. कार्यक्रम में शामिल होने बीजेपी शासित राज्यों के 12 सीएम और 9 डिप्टी सीएम वाराणसी पहुंचे थे.