बच्चे गर्भ में ही करने लगते हैं ये 5 काम, तीसरा तो बेहद प्यारा अहसास
जब एक महिला गर्भवती होती है, तो उसके मन में तरह तरह के सवाल खड़े होते हैं, जिसमें से एक यह भी होता है कि आखिर उसका बच्चा पेट में क्या कर रहा होगा यानि वो कैसा होगा, उसे सही फील हो रहा है या नहीं। इस तरह के तमाम सवालों से अक्सर हर महिला जूझती है। अपने बच्चे को पेट से ही सुरक्षा देने वाली मां उसके लिए कुछ भी कर गुजरने के लिए तैयार होती है। ऐसे में आज हम आपको उन बातों से रूबरू कराने जा रहे हैं, जोकि बच्चा पेट में ही रहते हुए वो काम करता है।
पेट में बच्चा करने लगता है ये काम
तो चलिए अब जानते हैं कि जब बच्चा मां के पेट में होता है, तो उसका कितना विकास होता है यानि वो क्या क्या चीजें समझने लगता है। ज्यादातर लोग यही जानते हैं कि बच्चा जब इस दुनिया में आता है, तभी वो सारी चीजें सीखता है, लेकिन हकीकत तो यह है कि बच्चा मां के पेट से ही कुछ बातें सीख लेता है। तो चलिए जानते हैं कि वो जानते हैं कि इस कड़ी में क्या क्या चीजे शामिल है?
एक्सपर्ट्स की माने तो बच्चा पेट में से ही जम्हाई लेने लगता है, इसके पीछे की वजह यह है कि बच्चा पेट में ज्यादा टाइम सोता ही रहता है। जब वो जगता है तो वो जम्हाई लेता है।
हिचिकियां तो आमतौर पर सभी को आती है, लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि बच्चा जब पेट में होता है तो वो भी हिचिकियां लेता है, लेकिन मां इस बात को आखिरी दिनों में महसूस करती है। लेकिन अगर आप शुरू से ध्यान दे आप यह महसूस कर सकती है कि शिशु शुरू से ही हिचिकयां लेता है।
जब मां कुछ खाती है, तो बच्चे तक उसका स्वाद पहुंच जाता है। डॉक्टरों की मानो तो बच्चा 15 हफ्ते में ही स्वाद पहचाने लगता है। इतना ही नहीं, इस दौरान तक उसे मीठे का स्वाद बहुत अच्छा लगता है और वो लगभग हर स्वाद को पहचानने लगता है।
बहुत कम लोग जानते है कि बच्चा गर्भ में भी आंखे खोलने लगता है, लेकिन ये कोई परेशानी की बात नहीं है, क्योंकि जैसे जैसे बच्चा गर्भ में बड़ा होता है, वैसे वैसे उसका विकास होने लगता है, ऐसे में 28 वें हफ्ते में गर्भ में ही आंखे खोलने लगता है। ऐसे में आपको कोई टेंशन लेने की कोई जरूरत नहीं है।
यूं तो बच्चे आमतौर पर बिस्तर गीला कर देते हैं, लेकिन वो गर्भ में भी सू-सू करना शुरू कर देता है। जी हां, तीन महीने के बाद ही बच्चा गर्भ में सू-सू करना शुरू कर देता है।