नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी में शुक्रवार रात से लगातार हो रही बारिश में 40 मिमी से अधिक की बढ़ोतरी के कारण न केवल दिल्ली के कई निचले इलाकों में जलभराव हो गया, बल्कि जनवरी में सबसे ज्यादा बारिश का रिकॉर्ड टूट गया। पालम वेधशाला ने शनिवार को सुबह 8.30 बजे समाप्त 24 घंटों में 47.6 मिमी बारिश दर्ज की। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि जनवरी में बहुत ज्यादा बारिश का रिकार्ड 1959 में बना था, जो 2022 में टूट गया।
सन् 1959 के बाद जनवरी में 52.2 मिमी बारिश 9 जनवरी, 1995 को दर्ज की गई थी, जबकि तीसरी सबसे अधिक बारिश 46.6 मिमी 7 जनवरी, 1999 को दर्ज की गई थी। दिल्ली में जनवरी में सामान्य बारिश 21.7 मिमी दर्ज की जाती रही है। आईएमडी के आंकड़ों से पता चलता है कि 26 जनवरी, 1962 (45.5 मिमी), 21 जनवरी, 1973 (39.2 मिमी) और 27 जनवरी, 2017 (35.0 मिमी) 1959 और 2022 के बीच की अवधि में तीन रिकॉर्ड बने थे।
सफदरजंग वेधशाला ने 7 जनवरी 1999 को 46 मिमी बारिश के बाद 22 वर्षो में दूसरी सबसे अधिक 41 मिमी बारिश दर्ज की। दिल्ली और आसपास के इलाकों में दिन भर रुक-रुक कर बारिश होती रही। सुबह 8.30 बजे से रात 8.30 बजे के बीच 12 घंटे में शनिवार को पालम में 17.4 मिमी जबकि सफदरजंग में 6.3 मिमी बारिश दर्ज की गई।
लोदी रोड (5.7 मिमी), रिज (5.4 मिमी) और आया नगर (6.3 मिमी) में दोपहर 12 बजे से पहले बारिश हुई और उसके बाद बारिश नहीं हुई। बारिश का असर तापमान पर भी पड़ा है। 24 घंटों में सफदरजंग, पालम और लोदी रोड वेधशालाओं में अधिकतम तापमान 16.4 से 16.6 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया था और सभी का न्यूनतम तापमान 15.2 डिग्री सेल्सियस था, जो मुश्किल से 1.2 डिग्री सेल्सियस का अंतर था।
आईएमडी ने 9 जनवरी तक भारी बारिश की भविष्यवाणी की थी और कहा था कि इसके बाद कम हो जाएगी।