नई दिल्ली: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बुधवार को दिल्ली में कांग्रेस के अध्यक्ष सोनिया गांधी व सांसद राहुल गांधी और पार्टी महासचिव व उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी से उनके आवास पर जाकर मुलाकात की। जानकारी के अनुसार चुनावी दौर में छत्तीसगढ़ मॉडल को कांग्रेस अपने दूसरे शासित राज्यों में भी अपना सकती है। छत्तीसगढ़ में लागू कई जनहितैषी योजनाओं को पार्टी द्वारा चुनावी राज्यों के घोषणा पत्र में भी शामिल करने की संभावना है, जिसको लेकर उत्तरप्रदेश के मुख्य पर्यवेक्षक और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बुधवार को लखनऊ में एक प्रेसवार्ता और संगठन की बैठक में शामिल होने से पहले राहुल गांधी और सोनिया गांधी व प्रियंका गांधी से मुलाकात की। बैठक में भूपेश बघेल की उत्तर प्रदेश के चुनावी रणनीति पर चर्चा हुई। इसके साथ ही सीएम ने कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को अपने पुत्र की शादी का निमंत्रण भी दिया। बघेल ने राहुल गांधी व सोनिया गांधी से अलग-अलग मुलाकात की।
सूत्रों के अनुसार इस दौरान छत्तीसगढ़ की लोकप्रिय ़फ्लैगशिप योजनाओं को चुनावी राज्यों के घोषणापत्र में लागू करने पर भी फैसला लिया गया। साथ ही अपने पुत्र के विवाह का भी निमंत्रण दिया जिस पर राहुल ने विवाह समारोह में आने की हामी भर दी है। जानकारी के मुताबिक करीब 40 मिनट तक सीएम की राहुल गांधी के साथ बातचीत हुई है। मुख्यमंत्री सुबह 10 बजे के करीब राहुल गांधी के निवास पर उनसे मिलने पहुंचे थे। इस बीच दोनों नेताओं की उत्तर प्रदेश चुनाव के हालात, प्रबंधन पर बात हुई। मुख्यमंत्री ने कोरोना प्रतिबंधों के साथ मैदानी चुनाव प्रचार और वर्चुअल चुनावी तौर-तरीकों पर अनुभवों के आधार पर बात अपनी रखी। जानकारी के अनुसार कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए हैं।
वहीं कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात के दौरान बघेल ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में संगठन की रणनीति और लोगों के रुझान आदि के संकेतों पर चर्चा की। इस दौरान छत्तीसगढ़ के हालात और मुद्दों की बात भी हुई। साथ कांग्रेस पार्टी ने बुधवार को शाम 6:30 केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक बुलाई है। इस बैठक से पहले यूपी के पर्यवेक्षक होने के नाते बघेल ने अपनी ओर से इस सम्बंध में भी अपनी बात रखी। जानकारी के अनुसार छत्तीसगढ़ में लागू कई योजनाओं को पार्टी द्वारा चुनावी राज्यों में भी घोषणा पत्र में शामिल करने की संभावना है। बघेल सरकार ने सस्ती दवा, गोधन न्याय योजना, किसानों को राहत देने संबंधी कई योजनाएं शुरू की हैं। यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी ने इसे देखते हुए पार्टी अन्य शासित राज्यों में भी इसे लागू करने पर सहमति जताई है।
दरअसल दो दिवसीय चुनावी दौरे के बाद बुधवार को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल एवं प्रियंका गांधी से मुलाकात थी। इसलिए इस दौरान उन्होने चुनावी दौरे से संबन्धित फीडबैक भी दिया। वहीं छत्तीसगढ़ की ़फ्लैगशिप योजनाओं को लेकर चर्चा की।
गौरतलब है कि बघेल सरकार ने ग्रामीण क्षेत्र में आर्थिक मजबूती के लिए नई दिशा में कामकाज किया। स्वरोजगार और आजीविका संबंधी गतिविधियों पर फोकस किया। किसानों की जेब में पैसे डालने का राहुल गांधी द्वारा किया गया वादा भी राजीव गांधी किसान न्याय योजना और गोधन न्याय योजना के जरिये पूरा किया गया है। इन योजनाओं के माध्यम से किसानों के खाते में नगद हस्तांतरण से अर्थव्यवस्था को काफी मजबूती मिली है। किसान जैविक खेती की ओर लौटने लगे हैं। जैविक खेती से आधी लागत में उत्पादन भी दो गुना तक बढ़ने लगा है।
वहीं, आम लोगों को लगातार बढ़ती महंगाई के दौर में सस्ती दवाओं के माध्यम से राहत देने की योजना भूपेश सरकार ने लागू की है। छत्तीसगढ़ सरकार ने महंगी ब्रांडेड दवाओं की जगह सस्ती जेनेरिक दवाओं की मेडिकल स्टोर खोले हैं। इनमें में जेनेरिक दवाएं 50 से 70 फीसदी सस्ते दामों पर मिल रही है। इस योजना के तहत छत्तीसगढ़ में अब तक 105 मेडिकल स्टोर्स खोले जा चुके हैं। पार्टी का मानना है कि कोविड महामारी के बाद अब आम लोगों के बीच जागरूकता बढ़ी है और इस मोर्चे पर जो सरकार या राजनीतिक दल बेहतर पहल करेगी उसे अधिक सियासी लाभ हो सकता है।