नई दिल्ली: मां बनने के लिए मानसिक रूप से खुद को ऐसे करें तैयारजब भी मां बनने या प्रेग्नेंसी की बात आती है तो सबसे पहले महिलाओं के शारीरिक स्वास्थ्य की बात होती है जबकि आपको बता दें कि मां बनने के लिए मानसिक रूप से मजबूत होना भी जरूरी है। गर्भावस्था के नौ महीनों के सफर को आसान बनाने की शुरुआत आपको कंसीव करने से पहले से ही शुरू कर देनी होती है। अगर आप कंसीव करने के समय से ही खुद को मानसिक रूप से प्रेग्नेंसी और मां बनने के लिए तैयार कर लेती हैं तो इससे आप पोस्टपार्टम डिप्रेशन जैसी समस्याओं से बच सकती हैं।
आइए जानते हैं कि कैसे मां बनने या प्रेग्नेंसी से पहले आपको खुद को मानसिक रूप से तैयार करना चाहिए।
अपनों का साथ
किसी भी मुश्किल हालात या नई परिस्थिति में ढ़लने के लिए हमारे अपनों का साथ बहुत जरूरी होता है। आपको अपने परिवार, माता-पिता, दोस्तों और पति का साथ जरूर लेना चाहिए। इनके प्यार और सहयोग से आपका रास्ता काफी आसान हो जाएगा।
कई अध्ययनों में सामने आया है कि सोशल सपोर्ट से स्ट्रेस जैसी समस्याओं का खतरा काफी कम हो जाता है। वहीं डिलीवरी के बाद भी पोस्टपार्टम डिप्रेशन से बचाने का ये असरकारी तरीका है।
इमोशनल हेल्थ है जरूरी
प्रेग्नेंसी के मामले में अमूमन महिलाओं की शारीरिक सेहत पर भी ध्यान दिया जाता है जोकि गलत है। गर्भावस्था का प्रभाव मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य पर भी पड़ता है। इमोशनल स्ट्रेस का असर मां ही नहीं बल्कि बच्चे पर भी पड़ता है।
इससे बचने के लिए और भावनात्मक रूप से मजबूत होने के लिए अपने लिए समय निकालें, पेरेंटिंग क्लास लें, बच्चे की प्लानिंग को लेकर अपने पार्टनर से बात करें और यह भी बात करें कि प्रेग्नेंसी में आने वाली मुश्किलों को आप दोनों मिलकर कैसे दूर करेंगें।
स्ट्रेस को करें दूर
कंसीव करने से पहले अपनी स्थिति और जरूरतों पर ध्यान दें। इस बात पर गौर करें कि कहीं आपके जीवन में स्ट्रेस और एंग्जायटी तो नहीं है। अपने लिए कोई मेंटल सपोर्ट ढूंढें और मानसिक एवं शारीरिक रूप से अपना ध्यान रखें। मां बनने के लिए आपको तनाव से कोसों दूर रहना है।
दबाव के लिए तैयार रहें
मां बनने पर महिलाओं को खुद पर काफी दबाव महसूस होता है। उन्हें हर समय यह डर लगा रहता है कि कहीं उनसे कोई गलती न हो जाए जिसका गलत असर उनके शिशु पर पड़े। ऐसे में आपको पहले से ही ये समझकर आगे बढ़ना है कि आपके लिए ये सफर नया है और ऐसे में इस तरह के विचार आना स्वाभाविक है।
कुछ भी करने से पहले उसके बारे में रिसर्च कर लें। इससे आप गलती करने से भी बचेंगीं और पॉजीटिव भी रहेंगी।
शक्ति का मंत्र
प्रेग्नेंसी के लिए मानसिक रूप से स्वस्थ रहने के लिए आपको एक मंत्र की जरूरत होगी जो हर समय आपको ऊर्जा और पॉजीटिविटी से भर सके। दोस्तों और परिवार के सदस्यों से उनके बच्चों के जन्म से जुड़ी कहानियां सुनें। प्रेग्नेंसी को लेकर आपके मन में जो भी सवाल और उलझन है, उसके बारे में अपने डॉक्टर से बात करें।