चेन्नई: हिन्दू मुन्नानी संगठन ने तमिलनाडु में एक 17 वर्षीय लड़की की आत्महत्या मामले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) से कराए जाने की मांग करते हुए इसके पीछे धर्मातरण का आरोप लगाया है। हिंदू मुन्नानी की तमिलनाडु इकाई के प्रदेश अध्यक्ष कदेश्वर सुब्रमण्यम ने रविवार को एक बयान में कहा कि तमिलनाडु पुलिस पहले ही धर्मांतरण से इनकार कर चुकी है और केवल एनआईए की जांच से ही सच्चाई सामने आएगी।
उन्होंने कहा कि तमिलनाडु पुलिस उन लोगों को डराने-धमकाने की कोशिश कर रही है जो धर्मांतरण का मुद्दा उठाने की कोशिश कर रहे हैं और इस मामले में पुलिस के कई वरिष्ठ अधिकारियों के बयान शिकायतकर्ताओं को धमकी देने जैसे ही हैं। हिंदू मुन्नानी नेता ने कहा कि मृत्यु के बाद सामने आए एक वीडियो में लावण्या को यह कहते हुए देखा गया था कि स्कूल प्रशासन में तीन लोग उसे प्रताड़ित करते हैं और उसे शौचालय साफ करने के लिए मजबूर किया गया था।
कदेश्वर सुब्रमण्यम ने यह भी कहा कि इस मामले में शामिल दो नन और एक पुजारी को गिरफ्तार किया जाना चाहिए । इस मामले में हिंदू संगठन राज्य भर में विरोध मार्च करेगा। उन्होंने कहा कि तमिलनाडु में प्रमुख राजनीतिक दल इस मामले पर चुप हैं और उन्हें याद दिलाया कि कुछ महीने पहले कोयंबटूर में जिस तरह से एक हिन्दू प्रबंधित स्कूल में एक छात्र पर कथित यौन हमले के दौरान उन्होंने हंगामा किया था ,वैसा ही हंगामा क्यों नहीं कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि संगठन का महिला प्रकोठ मंगलवार को पूरे तमिलनाडु में काले झंडे दिखाकर और युवा विंग गुरुवार को राज्य में जबरन धर्मांतरण के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन करेगा।