मानव जाति के लिए एक और सुन्दर भविष्य की रचना करेगा चीनी एयरोस्पेस
बीजिंग। 28 जनवरी को चीन ने वर्ष 2021 चीनी अंतरिक्ष कार्य श्वेत पत्र जारी किया। यह पांचवीं मौका है जब चीन ने इस बारे में श्वेत पत्र जारी किया। श्वेत पत्र में बीते पांच सालों में चीनी अंतरिक्ष कार्य की मुख्य प्रगति और अगले पांच सालों के मुख्य कार्यों का परिचय दिया गया है। उल्लेखनीय बात यह है कि श्वेत पत्र में पहली बार यह कहा गया कि चीन बाहरी अंतरिक्ष में मानव साझे भाग्य वाले समुदाय की रचना को आगे बढ़ाएगा, जिससे इस क्षेत्र में चीन का सक्रिय और खुला रुख जाहिर हुआ है।
बीते पांच सालों में चीन के एयरोस्पेस विकास में भारी प्रगति मिली है। चीन शांति की खोज के मकसद से बाहरी अंतरिक्ष का प्रयोग करता है और मानव जाति के लिए एक और सुन्दर भविष्य की रचना कर रहा है। चीनी एयरोस्पेस वैश्विक विकास की कठिन समस्याओं का समाधान करने में संलग्न है। उदाहरण के लिए चीन की पेइतो नेविगेशन व्यवस्था ने विभिन्न देशों को मौसम, यातायात, रसद, कृषि और आपदा निपटारा आदि क्षेत्रों की मदद की, जो विश्व के सतत विकास की अहम प्रेरणा शक्ति बन चुकी है।
अंतरिक्ष पूरी मानव जाति का है, इसलिए एयरोस्पेस कार्य को भी मानव जाति के लाभ के लिए होना चाहिए। अंतरिक्ष क्षेत्र में चीन हमेशा खुला रुख अपनाता है। 2016 से अब तक चीन 19 देशों और क्षेत्रों, 4 अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के साथ 46 सहयोग समझौतों या ज्ञापनों पर हस्ताक्षर कर चुका है। चीन सक्रिय रूप से बाहरी अंतरिक्ष के वैश्विक प्रशासन को आगे बढ़ाता है, द्विपक्षीय या बहुपक्षीय सहयोग प्रणालियों के जरिए एयरोस्पेस के अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को गहन करता है।
हाल में चीनी अंतरिक्ष स्टेशन के अंतर्राष्ट्रीय सहयोग की पहली प्रायोगिक परियोजना का चयन पूरा हो चुका है। कई देश एयरोस्पेस कार्य का विकास करने में लगे हैं। इस अहम वक्त पर चीन ने बाहरी अंतरिक्ष में मानव साझे भाग्य वाले समुदाय की विचारधारा पेश की। निसंदेह इसका एयरोस्पेस और मानव जाति के सामाजिक विकास पर अहम और गहरा प्रभाव पड़ेगा।
कार्यक्रम के मुताबिक आगामी पांच वर्षों में चीन चंद्र सर्वेक्षण, अंतरिक्ष स्टेशन, उपग्रह की खोज और पेइतो नेविगेशन आदि क्षेत्रों में अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के साथ और विस्तृत सहयोग करेगा।