मुनव्वर राणा की बेटी उरूसा को टिकट देकर कांग्रेस महिला वोटरों को सधाने में जुटी
लखनऊ। यूपी विधानसभा चुनाव में हर पार्टी अलग-अलग तरह से चुनावी समीकरण बैठाने में लगी हुई है। इसी कड़ी में कांग्रेस इस बार महिलाओं को सामने लाने का काम कर रही है।पार्टी इसतरह के चेहरे सामने ला रही है, जो पहले से किसी न किसी कारण से चर्चित हैं या फिर चर्चित चेहरे के करीबी हैं। इस कड़ी में पार्टी दो नए महिला चेहरों को टिकट दिया है। कांग्रेस ने सोमवार को ब्राम्हणों को साधने के लिये बिकरू कांड में पति के पापों की सजा भुगत रही खुशी दुबे की मां गायत्री तिवारी को टिकट दिया है।वहीं, दूसरी तरफ लंबे समय से योगी सरकार पर निशाना साधने वाले शायर मुनव्वर राणा की बेटी उरूसा राणा को भी टिकट देकर चुनावी मैदान में उतारा है।
गौरतलब है कि यूपी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस सूबे की आधी आबादी यानी कि महिलाओं को साधने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। कांग्रेस ने सबसे पहले यूपी में महिला सुरक्षा और सम्मान के साथ किसान, नौजवान, मंहगाई और गांव-गरीब से जुड़े मुद्दे उठाए।अब चुनाव में पार्टी लगातार महिला उम्मीदवारों को उतार रही है। दरअसल, प्रियंका गांधी ने यूपी विधानसभा चुनाव में महिलाओं को 40 फीसदी टिकट देने का भरोसा दिया था,इस पूरा करने के लिये कांग्रेस ने अपनी 125 उम्मीदवारों की पहली सूची में 50 महिलाओं को टिकट दिया।इसके बाद 41 कांग्रेस उम्मीदवारों की दूसरी सूची में 16 और 89 उम्मीदवारों की तीसरी सूची में सें 37 महिलाओं और फिर 61 प्रत्याशियो की चौथी सूची में 24 महिला उम्मीदवारों के साथ 6 प्रत्याशियो की पांचवी सूची में कांग्रेस ने 3 महिलाओ को टिकट दिया है।इसमें प्रियंका गांधी ने अब तक कांग्रेस के घोषित कुल 322 उम्मीदवारों में से 130 महिलाओं पर दांव खेला है, जो कि कुल टिकट का 40 फीसदी से भी अधिक है।
इसमें उन्नाव रेप पीड़िता की मां आशा सिंह को उन्नाव से, खुशी दुबे की मां गायत्री तिवारी को कानपुर से और लखीमपुर पंचायत चुनाव में चीरहरण का शिकार हुई महिला भी शामिल है।इसके साथ ही मुनव्वर राणा की बेटी उरूसा राणा को उन्नाव, किसान आंदोलन में सक्रिय रहने वाली पूनम पांडेय, सीएए-एनआरसी के विरोध में जेल जाने वाली सदफ जफर और बिकनी गर्ल अर्चना गौतम को मेरठ के हस्तिनापुर से अपना उम्मीदवार बना चुकी है।