नई दिल्ली। इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट (आईजीआई) थाना पुलिस ने फर्जी वीजा पर ओमान पहुंची एक भारतीय महिला व एजेंट को गिरफ्तार किया है। महिला जब ओमान में गई तो उसका फर्जीवाड़ा पकड़ा गया। वहां के कानून के मुताबिक आरोपित महिला को वापस भारत डिपोर्ट कर दिया गया। उक्त मामले में आईजीआई थाना पुलिस ने आरोपित महिला और एक एजेंट को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार महिला की पहचान तमिलनाडु की नूरी इब्राहिम के रूप में हुई है वहीं एजेंट की पहचान बेंगलुरु के इब्राहिम के रूप में हुई है।
आईजीआई के डीसीपी संजय त्यागी ने बुधवार को बताया कि पांच जनवरी को आईजीआई के को-इमीग्रेशन ऑफिसर ने पुलिस को दी गई शिकायत में बताया कि मस्कट से डिपोर्ट होकर एक महिला हवाई यात्री, नूरी इब्राहिम आईजीआई एयरपोर्ट पर पहुंची है। उन्होंने बताया कि महिला यात्री फर्जी वीजा पर अवैध रूप से ओमान पहुंची थी। शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर एसीपी आईजीआई की देखरेख में, एसएचओ यशपाल सिंह के नेतृत्व में एसआई योगेंद्र सिंह, कॉन्स्टेबल मंजू, मनीष और बीर सिंह की टीम का गठन कर जांच में लगाया गया।
पूछताछ के दौरान महिला यात्री ने पुलिस को बताया कि बेंगलुरु के एक एजेंट इब्राहिम ने 50 हजार रुपये में उन्हें फर्जी वीजा उपलब्ध करवाया था। जांच में पुलिस को पता चला कि आरोपित एजेंट ने बेंगलुरु एयरपोर्ट पर महिला यात्री को वीजा दिया था। वह बेंगलुरु में ही रह रहा है। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए बेंगलुरु पहुंचकर उसके संभावित ठिकानों पर छापेमारी की। इस दौरान पुलिस को इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस से आरोपित एजेंट के द्वारा व्हाट्सएप के माध्यम से संपर्क करने का पता चला। इसके बाद पुलिस ने उसके लोकेशन को ट्रैक कर उसे पकड़ लिया। ट्रांजिट रिमांड पर पुलिस आरोपित को लेकर दिल्ली पहुंची।
पूछताछ में उसने तबस्सुम नाम की एक महिला एजेंट से फर्जी वीजा लेने की बात बताई। इसके बाद उसकी तलाश में भी पुलिस टीम को बेंगलुरु भेजा गया, लेकिन वो नहीं मिली। इसके बाद पुलिस ने उसे नोटिस भेजकर कार्रवाई शुरू की। इसके बाद महिला एजेंट ने जांच में शामिल किया और इसमें एक और एजेंट के शामिल होने की बात बताई। पुलिस ने इस मामले में एजेंट इब्राहिम को गिरफ्तार कर आगे की जांच की जा रही है। साथ ही फरार चल रहे एजेंट की तलाश की जा रही है।