बुखार या दर्द को कम करने के लिए हम झट से पेरासिटामोल ले लेते हैं। क्योंकि इससे ज्यादा फायदा मिल जाता है और बिना डॉक्टर के पास जाए, हम जल्दी ठीक भी हो जाते हैं। वैसे देखा जाए, तो डॉक्टर खुद भी सिर दर्द, दांत दर्द, सर्दी या फ्लू से राहत के लिए पेरासिटामोल का सेवन की सलाह देते हैं। यह एक ऐसी दवा है , जो इन सभी स्वास्थ्य स्थितियों से तुंरत राहत दे सकती है। खासतौर से महामारी के दौरान बुखार कम करने के लिए पेरासिटामोल का इस्तेमाल और भी ज्यादा बढ़ गया है। एसिटामिनोफेन के नाम से जानी जाने वाली यह दवा केवल हल्के बुखार और दर्द को कम करने में अपना कमाल दिखाती है।
तेज बुखार और दर्द में यह बहुत ज्यादा फायदेमंद साबित नहीं होती। साथ ही अधिक मात्रा में और गलत ड्रिंक के साथ दवा लेने से सेहत को गंभीर नुकसान पहुंच सकता है। कहने का मतलब यह है कि आमतौर पर हम पेरासिटामोल की टैबलेट को पानी या फिर दूध के साथ लेते हैं। वैसे पानी के बजाय गर्म दूध के साथ दवा लेना अच्छा माना जाता है। इससे किसी तरह का रिएक्शन नहीं होता। लेकिन हमें यह समझने की जरूरत है कि हर दवा एक अलग तरह से काम करती है, जिसका स्वास्थ्य पर अलग प्रभाव पड़ता है। इसलिए जब आपको प्रिस्क्रिप्शन दिया जाए, तो अपने डॉक्टर से जरूर पूछें कि इसे कैसे लें और किसके साथ लेने से बचें।
कुछ दवाएं खाली पेट लेनी चाहिए, तो कुछ ऐसी होती हैं जिन्हें अगर दूध के साथ ले लिया जाए, तो पेट में जलन का कारण बन सकती हैं। जहां तक पेरासिटामोल की बात है , तो जो लोग इसे अल्कोहल के साथ लेते हैं, उन्हें आगे चलकर नुकसान हो सकता है। विशेषज्ञ कहते हैं कि पेरासिटामोल की टैबलेट को कभी भी अल्कोहल के साथ नहीं लेना चाहिए।
शराब के साथ क्यों नहीं लेनी चाहिए पेरासिटामोल
दरअसल, शराब में इथेनॉल होता है। अगर आप पेरासिटामोल को इथेनॉल के साथ मिलाएंगे, तो मतली, उल्टी सिरदर्द, बेहोशी महसूस होती है। हैंगओवर से छुटकारा पाने के लिए रातभर हैवी ड्रिंक करने के बाद पेरासिटामोल का सेवन आपको गंभीर खतरे में डाल सकता है। दोनों के संयोजन से लीवर की विषाक्तता का खतरा बढ़ सकता है, जो घातक है। इसके अलावा शराब को दवा की प्रभावशीलता को कम करने के लिए भी जाना जाता है। केवल पेरासिटामोल ही नहीं, किसी भी टैबलेट को शराब के साथ लेना अच्छा कॉम्बिनेशन नहीं है। जब भी आप किसी केमिस्ट से दवा लें, तो पूछ लें कि आप इसे कैसे लें ।
क्या है पेरासिटामोल लेने की सेफ लिमिट
कहने को पेरासिटामोल एक हल्की दवा है, लेकिन फिर भी आपको इसका उपयोग बार-बार नहीं करना चाहिए। हमेशा इसका सेवन एक सीमा में रहकर ही करना चाहिए। वयस्क एक डोज में 1 ग्राम पेरासिटामोल ले सकते हैं और हर दिन 4 ग्राम तक खा सकते हैं। इस लिमिट से आगे जाने से लीवर की विषाक्तता हो सकती है। अगर आप रोजाना 3 शराब के ड्रिंक्स लेते हैं , तो डॉक्टर की सलाह के बाद 2 ग्राम से ज्यादा पेरासिटामोल न लें। वहीं 2 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए डॉक्टर से सलाह लेने के बाद ही पेरासिटामोल का उपयोग करना चाहिए।
हाई डोज लेने से लीवर को खतरा
अगर आप पेरासिटामोल ले रहे हैं, तो जरूरी है कि पहले मात्रा को मापें। लिक्डि दवा की ज्यादा मात्रा लोगों द्वारा की जाने वाली सामान्य गलतियों मे से एक है। इसकी हाई डोज लेने से लीवर को खतरा हो सकता है। इसके अलावा चबाने वाली टैबलेट को निगलने से ठीक पहले चबाना चाहिए। अगर आप सीमित मात्रा में पेरासिटामोल ले रहे हैं, तो किसी भी स्थिति में इसे नियमित रूप से लेने की कोशिश न करें।
बेशक पेरासिटामोल दर्द और हल्के बुखार से बहुत जल्दी राहत दिलाती हो, लेकिन इसका सेवन भूलकर भी आपको शराब के साथ नहीं करना चाहिए। यदि डॉक्टर यह दवा लेने को कहे, तो उनसे पूछ लें कि इसे कैसे और किस ड्रिंक के साथ लेना बेहतर है।