राहुल गांधी के आरोपों पर मोदी सरकार का पलटवार
नई दिल्ली: कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान मोदी सरकार पर चौतरफा वार किया। उन्होंने आरोप लगाया कि मौजूदा सरकार की गलत नीतियों के कारण आज चीन औप पाकिस्तान एक-दूसरे के साथ खड़ा है। उनके आरोपों का सरकार ने जोरदार तरीके से खंडन किया। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बताया कि पाकिस्तान और चीन अभी नहीं, 1970 से ही करीब हैं। इसके लिए उन्होंने कुछ घटनाओं का भी जिक्र किया।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ट्विटर पर कहा, “राहुल गांधी ने लोकसभा में आरोप लगाया कि हमारी सरकार ने पाकिस्तान और चीन को एक साथ लाया है।1963 में पाकिस्तान ने अवैध रूप से शक्सगाम घाटी को चीन को सौंप दिया। चीन ने 1970 के दशक में पीओके के माध्यम से काराकोरम राजमार्ग का निर्माण किया। 1970 के दशक से ही दोनों देशों के बीच घनिष्ठ परमाणु सहयोग भी था। वहीं, गणतंत्र दिवस के मौके पर विदेशी अतिथि की गैरमौजूदगी को लेकर राहुल के हमले का भी विदेश मंत्री ने जवाब दिया।
उन्होंने कहा, “लोकसभा में राहुल गांधी ने कहा कि हमें गणतंत्र दिवस के लिए एक विदेशी अतिथि नहीं मिला। भारत में रहने वाले जानते हैं कि हम एक कोरोना लहर के बीच में थे। 5 मध्य एशियाई देश के राष्ट्रपति आने वाले थे। कोरोना के कारण उन्होंने 27 जनवरी को एक आभासी शिखर सम्मेलन किया। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए कहा कि देश को ‘शहंशाह’ की तरह चलाने की कोशिश हो रही है। इस सरकार की नीतियों के चलते आज देश आंतरिक एवं बाहरी मोर्चों पर ‘बड़े खतरे’ का सामना कर रहा है।
संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लोकसभा में धन्यवाद प्रस्ताव पर हो रही चर्चा में भाग लेते हुए राहुल गांधी ने यह दावा भी किया कि केंद्र सरकार की नीति के कारण ही आज चीन एवं पाकिस्तान एक साथ आ गए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि नरेंद्र मोदी सरकार में दो हिंदुस्तान बन गए हैं जिनमें से एक अमीरों और दूसरा गरीबों के लिए है।