कोरोना के झटके के बावजूद भारत अंडर-19 टीम ने फाइनल में बनाई जगह
नई दिल्ली। अंडर-19 विश्व कप में शानदार प्रदर्शन को जारी रखते हुए भारत ने एक बार फिर कोरोना के झटके के बावजूद जूनियर क्रिकेट टूर्नामेंट के फाइनल में अपनी जगह बना ली है।
यश ढुल की अगुवाई वाली टीम ने शनिवार को विश्व कप फाइनल में इंग्लैंड से भिड़ेगी, इससे पहले कूलिज क्रिकेट ग्राउंड में बुधवार को सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 96 रनों की जीत दर्ज की थी।
शनिवार का मुकाबला भारत का लगातार चौथा आईसीसी अंडर-19 विश्व कप फाइनल होगा, जहां वे देश के इतिहास में पांचवीं बार खिताब जीतने के लिए उतरेंगे।
हालांकि, इस सीजन में भारतीय टीम के लिए यात्रा आसान नहीं रही, क्योंकि वे कोरोना वायरस से संक्रमित थे और एक समय तो उन्हें एक फिट ग्यारह खिलाड़ी लेने के लिए भी संघर्ष करना पड़ा। अब भारतीय टीम पहले से ज्यादा फिट और मजबूत हुई है।
भारत ने दिखाया कि उनके पास कितने शानदार खिलाड़ी थे, क्योंकि बेंच पर बैठे खिलाड़ियों ने प्रभावशाली प्रदर्शन किया और टीम टूर्नामेंट में अब तक एक भी मैच नहीं हारी है।
सलामी बल्लेबाज अंगकृष रघुवंशी इस टूर्नामेंट में भारत के लिए सबसे अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं, उन्होंने 55.60 के बेहतर औसत से 278 रन बनाए, जिसमें ग्रुप चरण में युगांडा के खिलाफ 144 का सर्वश्रेष्ठ स्कोर शामिल है।
दूसरी ओर, बाएं हाथ के स्पिनर विक्की ओस्तवाल 10.75 की औसत से 12 विकेट लेकर टीम के लिए सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं।
ओस्तवाल ने इस प्रतियोगिता के अपने पहले मैच में साउथ अफ्रीका के खिलाफ 5/28 के अपने सर्वश्रेष्ठ विकेट लिए थे।
इस बीच, ऑलराउंडर राज अंगद बावा इस टूर्नामेंट में भारत के लिए जबरदस्त खिलाड़ी रहे हैं। उन्होंने इस प्रतियोगिता में 217 रन बनाए हैं, जिसमें युगांडा के खिलाफ नाबाद 162 रन की रिकॉर्ड तोड़ पारी शामिल है और 29.75 की औसत से चार विकेट भी लिए हैं।
एक नजर भारत के फाइनल तक के सफर पर :
मैच 1 भारत बनाम साउथ अफ्रीका
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टूर्नामेंट के अपने पहले मैच में भारत का टेस्ट किया गया। प्रोटियाज को कुछ शुरुआती सफलता मिली और भारत की शुरुआत खराब रही। लेकिन कप्तान यश ढुल की 82 रनों की अच्छी पारी खेली और मध्य और निचले क्रम के बल्लेबाज के महत्वपूर्ण योगदान ने उन्हें प्रतिस्पर्धी स्कोर 232 रनों पर पहुंचा दिया।
पीछा करने के दौरान देवाल्ड ब्रेविस ने मैच को भारत से दूर ले जाने की कोशिश की, लेकिन युवा गेंदबाजों ने शानदार खेल दिखाया और प्रोटियाज को 187 रनों पर ऑलआउट करने में कामयाब रहे। बाएं हाथ के स्पिनर विक्की ओस्तवाल ने पांच विकेट लिए।
मैच 2 भारत बनाम आयरलैंड
आयरलैंड के खिलाफ मैच में, भारत ने हरनूर सिंह और अंगरीश रघुवंशी की महत्वपूर्ण पारियों की मदद से 307 रन बनाए, इस दौरान दोनों ने अर्धशतक लगाया। आयरलैंड ने जवाब में सिर्फ 133 रन पर सिमट कर भारत को 174 रनों के बड़े अंतर से जीत दिलाई।
मैच 3 भारत बनाम युगांडा
युगांडा के खिलाफ मुकाबले में राज बावा ने 162 रनों की रिकॉर्ड तोड़ पारी खेली, उन्होंने अंडर-19 विश्व कप में एक भारतीय बल्लेबाज द्वारा सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर के शिखर धवन के रिकॉर्ड को तोड़ दिया। नए भारतीय टीम ने 405 रनों का विशाल स्कोर बनाया। लक्ष्य का पीछा करने उतरी युगांडा की टीम महज 79 रन पर सिमट गई और भारत ने यह मैच 326 रन के रिकॉर्ड अंतर से जीत लिया।
क्वार्टरफाइनल भारत बनाम बांग्लादेश
भारत ने टॉस जीतकर बांग्लादेश की तरफ से पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। रवि कुमार के शानदार तीन विकेटों ने बांग्लादेश को मुश्किल में डाल दिया और वे सिर्फ 111 रनों पर सिमट गए। जवाब में भारत ने मात्र 30.5 ओवर में लक्ष्य का पीछा करते हुए बांग्लादेश को पांच विकेट से हरा दिया।
सेमीफाइनल भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया
सेमीफाइनल में यश ढुल और शेख रशीद के बीच तीसरे विकेट की 204 रनों की अभूतपूर्व साझेदारी ने भारत को अपने 50 ओवरों में 290/5 पर पहुंचने मदद की।
जवाब में, ऑस्ट्रेलिया ने कभी भी पीछा करने में सहज नहीं दिखा और 194 रनों पर ऑलआउट हो गया और 96 रनों मैच हार गया। मैच में स्पिन द्वारा सात विकेट लिए गए, जिसमें विक्की ओस्तवाल ने 3/42 शानदार गेंदबाजी की।