पंजाबराजनीति

पंजाब चुनाव: सिद्धू नाम की समस्या का समाधान कौन करेगा?

नई दिल्ली। पंजाब में विधानसभा चुनाव नजदीक है और कांग्रेस पार्टी पर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं, क्योंकि संभावित आंतरिक कलह पार्टी की जीत की संभावनाओं पर असर डाल सकता है। समस्या राज्य इकाई के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू को लेकर खड़ी होती दिखाई दे रही है। माना जा रहा है कि सीएम पद का उम्मीदवार घोषित न किए जाने के कारण सिद्धू नाराज हैं और इसलिए पार्टी की संभावनाओं पर प्रश्न चिन्ह लग गया है। पंजाब भर में किए गए एक सीवोटर सर्वेक्षण में पाया गया है कि सिद्धू राज्य भर में लोकप्रियता और सहानुभूति दोनों ही तेजी से खो रहे हैं।

यहां तक कि सर्वे में शामिल कांग्रेस समर्थक भी सिद्धू और उनकी तुनकमिजाजी से नाराज नजर आए हैं। सर्वे में पंजाब के मतदाताओं से पूछा गया कि आपके हिसाब से कैप्टन अमरिंदर सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू में से कौन बेहतर नेता हैं? इस पर लोगों के जवाब दिल्ली में कांग्रेस के शीर्ष नेताओं को झटका देने वाले हैं, जिन्होंने सिद्धू का लगातार समर्थन किया है, जबकि उन्होंने अपनी पार्टी के विभिन्न कदमों और फैसलों की आलोचना करते हुए उच्च कमान के प्रति अपनी वफादारी की घोषणा की है।

सर्वे में पूछे गए इस सवाल के जवाब में पंजाब में 35 प्रतिशत से अधिक कांग्रेस समर्थक कैप्टन को एक बेहतर नेता मानते हैं। इसके अलावा 32 प्रतिशत से कुछ अधिक सिद्धू को पसंद करते हैं। 32 प्रतिशत से कुछ अधिक कांग्रेस समर्थक सोचते हैं कि इनमें से कोई भी बेहतर नेता नहीं है। अगर आप सभी उत्तरदाताओं की कुल संख्या को देखें तो 37.1 प्रतिशत लोग कहते हैं कि उन्हें लगता है कि कैप्टन बेहतर हैं, जबकि 26.7 प्रतिशत कहते हैं कि सिद्धू बेहतर हैं। इसके अलावा 36.2 प्रतिशत कहते हैं कि इनमें से कोई भी बेहतर नेता नहीं है। मौजूदा मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और सिद्धू के बीच यही प्रश्न पूछा गया तो सबसे ज्यादा 39.4 फीसदी लोगों का कहना है कि इनमें से कोई भी नेता बेहतर नहीं है।

समस्या और भी विकट हो जाती है, जब एक और महत्वपूर्ण प्रश्न पूछा जाता है। प्रश्न पूछा गया कि कांग्रेस की आंतरिक लड़ाई में आप सिद्धू को कितना दोष देते हैं? इस सवाल के जवाब में 57 प्रतिशत से अधिक कांग्रेस समर्थकों का कहना है कि सिद्धू या तो पूरी तरह से दोषी हैं या काफी हद तक दोषी हैं। सभी उत्तरदाताओं के बीच अधिकतर लोगों ने समान प्रतिक्रिया दी है।

Related Articles

Back to top button