चंडीगढ़: पंजाब की 117 विधानसभा सीटों के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच रविवार सुबह आठ बजे मतदान आरंभ हो गया। मतदान का क्रम शाम छह बजे तक जारी रहेगा। विधानसभा चुनाव में इस बार 1,304 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं, जिनमें 93 महिलाएं और दो ट्रांसजेंडर भी शामिल हैं। राज्य में 1,02,00,996 महिलाओं समेत 2,14,99,804 से अधिक मतदाता अपने मताधिकारों का प्रयोग करेंगे।
पंजाब के मुख्य निर्वाचन अधिकारी एस करुणा राजू ने बताया कि राज्य में कुल 24,740 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। पंजाब में इस बार कांग्रेस, आम आदमी पार्टी (आप), शिरोमणि अकाली दल (शिअद)- बहुजन समाज पार्टी (बसपा) गठबंधन, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा)- पंजाब लोक कांग्रेस (पीएलसी)-शिअद (संयुक्त) गठबंधन और विभिन्न किसान संगठनों की राजनीतिक इकाई ‘संयुक्त समाज मोर्चा’ के बीच बहुकोणीय मुकाबला है।
शिअद इस बार बसपा के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ रही है, जबकि भाजपा ने इस चुनाव के लिए पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के नेतृत्व वाली पंजाब लोक कांग्रेस और सुखदेव सिंह ढींढसा के नेतृत्व वाले शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) के साथ गठबंधन किया है। केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ हुए किसान आंदोलन में शामिल पंजाब के कई किसान संगठन भी ‘संयुक्त समाज मोर्चा’ (एसएसएम) बनाकर विधानसभा चुनाव में उतरे हैं और उन्होंने इसके लिए हरियाणा भारतीय किसान यूनियन (चढूनी) के नेता गुरनाम सिंह चढूनी नीत संयुक्त संघर्ष पार्टी के साथ हाथ मिलाया है।
चुनाव लड़ रहे चर्चित चेहरों में मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी, मुख्यमंत्री पद के लिए आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार भगवंत मान, कांग्रेस की पंजाब इकाई के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू, पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और प्रकाश सिंह बादल और शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल प्रमुख हैं। पूर्व मुख्यमंत्री राजिंदर कौर भट्ठल, भाजपा की पंजाब इकाई के अध्यक्ष अश्विनी शर्मा और पूर्व केंद्रीय मंत्री विजय सांपला भी इस चुनाव में किस्मत आजमा रहे हैं। मतदान के लिए राज्य पुलिस के जवानों के अलावा केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल की कुल 700 कंपनियां तैनात की गई हैं।
राज्य में महिलाओं के लिए 196 गुलाबी मतदान केंद्र बनाए गए हैं, जबकि 70 मतदान केंद्रों का प्रबंधन दिव्यांगजनों के हाथों में सौंपा गया है। कोविड-19 के मद्देनजर मतदान केंद्रों पर मास्क, दस्तानों और सैनेटाइजर का प्रबंध किया गया है। इसके अलावा, कोविड अपशिष्ट प्रबंधन के निपटान की भी व्यवस्था की गई है।