छत्तीसगढ़ में 22 फरवरी से सभी प्राथमिक स्कूलों में भाषाई सर्वे
रायपुर: राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत छत्तीसगढ़ में प्राथमिक कक्षाओं की भाषाई विविधता पर आंकड़े एकत्रित करने हेतु 22 फरवरी से सभी प्राथमिक स्कूलों में भाषाई सर्वे शुरू किया जा रहा है। अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस पर सरकार बच्चों द्वारा घर पर बोले जाने वाली भाषा का संकलन कर रही है । इसी के आधार पर बच्चों की पढ़ाई के लिए नई योजना तैयार की जाएगी।
समग्र शिक्षा अभियान के महाप्रबंधक नरेन्द्र दुग्गा ने बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत सर्वेक्षण की मदद से हम प्राथमिक कक्षाओं की भाषाई विविधता पर आंकड़े जुटाए जायेंगे ।इस सर्वे के आधार पर राज्य में नई शिक्षा नीति और क्षमता निर्माण की रणनीति में मदद मिलेगी।उन्होंने बताया कि प्रदेश में मूलभूत साक्षरता और गणितीय कौशल विकास अभियान के तहत प्राथमिक स्कूली बच्चों के द्वारा उनके घर पर बोली जाने वाली भाषा की जानकारी संकलित की जाएगी।
स्कूली शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने बताया कि भाषाई सर्वे के लिए बिन्दुवार प्रपत्र तैयार किया गया है। यह प्रपत्र पहली कक्षा के क्लास टीचर द्वारा भरा जाएगा। इस प्रपत्र में कक्षा में पढ़ाई के माध्यम के रूप में उपयोग की जाने वाली भाषा को समझने और बोलने की विद्यार्थियों की क्षमता, विद्यार्थियों की मातृभाषा और विद्यार्थियों मातृभाषा को समझने और बोलने की क्षमता पर ध्यान दिया जाएगा।