अपने आप में सम्पूर्ण और मानवीय भावनाओं से भरपूर हों प्रदेश के शहर: मुख्यमंत्री चौहान
भोपाल: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि हमारा यह प्रयास है कि प्रदेश के शहर, अपने आप में संपूर्ण और मानवीय भावनाओं से भरपूर हों। इसके लिए आवश्यक है कि शहर स्वच्छ हों, शहर में कोई बच्चा भूखा नहीं रहे, कोई बच्चा अनाथ नहीं घूमे, शहर में हम पेड़ लगाएँ और शहरों का जन्म-दिवस या गौरव दिवस मनाएँ। इन गतिविधियों से हमारे शहर इंसानियत से भरपूर बनेंगे। प्रयास हो कि हमारे शहर केवल सीमेंट-कंक्रीट के नगर न हों, अपितु उनमें स्नेह, प्रेम और आत्मीयता की भावनाएँ निवास करें। इन संकल्पों को पूरा करने के लिए राज्य सरकार ने कई कार्य आरंभ किए हैं। इनमें रैन बसेरों का सुदृढ़ीकरण, पेयजल एवं सीवरेज योजनाओं का विस्तार, सड़कों का सुधार शामिल है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में लोगों की जिंदगी बदलने का कार्य जारी है। प्रदेशवासियों की जिंदगी बदलना हमारा मकसद और लक्ष्य है। इन लक्ष्यों को पूरा करने के लिए आईए हम सब मिलकर कार्य करें। सरकार के साथ समाज की शक्ति मिले और हम साथ मिलकर शहरों को बदल दें, यही हमारा संकल्प है। हमारे शहर रोजगार युक्त, विकसित, स्वच्छ शहर बनें। ऐसे शहर बनाने के लिए हम मिलकर कदम बढ़ाएँ।
मुख्यमंत्री चौहान प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के हितग्राहियों के गृह प्रवेश, भूमि-पूजन एवं किश्त वितरण के लिए कुशाभाऊ ठाकरे अंतर्राष्ट्रीय कन्वेंशन केंद्र, भोपाल में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री चौहान ने कार्यक्रम का शुभारंभ कन्या-पूजन और दीप जला कर किया। मुख्यमंत्री चौहान ने वर्चुअली 50 हजार आवासों में हितग्राहियों को गृह प्रवेश कराया, साथ ही 1155 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाले 30 हजार नवीन आवासों का भूमि-पूजन तथा 26 हजार 500 हितग्राहियों के खातों में 250 करोड़ रुपये सिंगल क्लिक से अंतरित किए। मुख्यमंत्री चौहान ने प्रधानमंत्री आवास योजना के हितग्राहियों से वर्चुअली संवाद किया तथा नगर निगम भोपाल के 5 हितग्राहियों को आवास आवंटन आदेश तथा आवास आधिपत्य-पत्र प्रदान किये।
कार्यक्रम में नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेंद्र सिंह ने वर्चुअली सहभागिता की। खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया, जनजातीय कार्य एवं अनुसूचित जाति कल्याण मंत्री सुमीना सिंह, नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री हरपाल सिंह डंग, नगरीय विकास एवं आवास राज्य मंत्री ओ.पी.एस. भदौरिया, सांसद वी.डी. शर्मा, विधायक यशपाल सिंह सिसोदिया, श्रीमती कृष्णा गौर, पूर्व महापौर आलोक शर्मा, प्रमुख सचिव नगरीय विकास एवं आवास मनीष सिंह, आयुक्त नगरीय प्रशासन एवं विकास निकुंज श्रीवास्तव उपस्थित थे। कार्यक्रम में प्रदेश के विभिन्न भागों में सम्पन्न गृह प्रवेश की झलकियों पर केन्द्रित लघु फिल्म “साकार हो रहा अब सपना- सबका हो रहा घर अपना” का प्रदर्शन भी किया गया।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि जिन गरीब भाई-बहनों का मकान बनने का सपना आज साकार हो रहा है, उनके लिए यह दिन अद्भुत है। हर व्यक्ति की यह इच्छा होती है कि उसका अपना मकान हो। आज 1 लाख 6 हजार से अधिक भाई-बहनों का यह सपना साकार हो रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वैभवशाली, गौरवशाली, समृद्ध, सम्पन्न, शक्तिशाली और आत्म-निर्भर भारत के निर्माण के लिए संकल्पित हैं। इस क्रम में राज्य सरकार भी आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश के निर्माण के लिए कार्यरत है। इसके लिए शहरों को आत्म-निर्भर बनाना आवश्यक है। शहर विकास का इंजन होते हैं, यह कई लोगों को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराते हैं। शहरों में रहने वाले लोगों का जीवन आसान कैसे बनाया जाए, यह बिंदु हमारी सोच के केंद्र में सदैव प्रमुखता से रहा है।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने शहरों के विकास के लिए कई मंत्र दिए हैं। पहला मंत्र – हर नगर, राज्य के विकास का चेहरा बने। दूसरा मंत्र – शहरों में जीवन जीना सभी के लिए आसान हो। तीसरा मंत्र – हर नगरवासी को बेहतर से बेहतर जीवन की गुणवत्ता मिले। चौथा मंत्र – शहरों के आकार भले ही बढ़ जाएँ, लेकिन असमानताएँ कम होना चाहिए। प्रधानमंत्री मोदी का पाँचवां मंत्र – शहर ऐसा हो कि यहाँ गरीब से गरीब व्यक्ति को भी आत्म-सम्मान के साथ जीवन-यापन का अवसर उपलब्ध हो। प्रधानमंत्री के इन मंत्रों पर राज्य सरकार कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि रोटी, कपड़ा और मकान, पढ़ाई-दवाई और रोजगार प्रत्येक व्यक्ति की आवश्यकता है। इन आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए राज्य सरकार प्राण-प्रण से कार्य कर रही है।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि हर गरीब को जीने का अधिकार है। धरती के सभी संसाधन सभी लोगों के लिए हैं। प्रत्येक व्यक्ति के लिए बेहतर जीवन सुनिश्चित करने के उद्देश्य से आवासहीन परिवारों को पट्टे देने का कार्य आरंभ किया गया। राशन वितरण की भी व्यवस्था है। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना में 4 करोड़ 80 लाख लोगों को नि:शुल्क राशन उपलब्ध कराया जा रहा है। मुख्यमंत्री अन्नपूर्णा योजना में भी राशन उपलब्ध कराया जा रहा है। प्रदेश में राशन वितरण में गड़बड़ी करने वालों पर कठोर कार्यवाही की जा रही है।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में अब तक 8 लाख 68 हजार आवास स्वीकृत किए गए हैं, जिनमें से 4 लाख 72 हजार हितग्राहियों के आवास पूर्ण हो चुके हैं। प्रधानमंत्री आवास योजना में हितग्राहियों के लिए तीन प्रकार के विकल्प हैं – प्रथम विकल्प में हितग्राही आधारित स्वयं निर्माण घटक में हितग्राही के द्वारा आवास का निर्माण स्वयं किया जाता है। दूसरा विकल्प पीएचए घटक है जिसमें नगरीय निकायों द्वारा आवासों का निर्माण कर हितग्राहियों को आवास आवंटित किए जाते हैं। तीसरा विकल्प ऋण आधारित सबसिडी का है। राज्य सरकार का यह संकल्प है कि प्रदेश में प्रत्येक गरीब को पक्का मकान उपलब्ध कराया जाए।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में शहरी हो या ग्रामीण, रहने के लिए जमीन का टुकड़ा हर व्यक्ति को चाहिए। जिनके पास जमीन का टुकड़ा नहीं है उन्हें मुख्यमंत्री भू-आवासीय अधिकार योजना में पट्टा देकर जमीन का मालिक बनाने का अभियान राज्य सरकार द्वारा शुरू किया गया है। रसोई गैस का सिलेंडर,पीने का पानी, शौचालय जैसी बुनियादी सुविधाएँ हर घर को उपलब्ध कराने का प्रयास किया जा रहा है। मुख्यमंत्री चौहान ने आज के कार्यक्रम में जिन्हें आवास मिला है उन्हें बधाई दी और कहा कि जिन्हें अब तक आवास नहीं मिला उन्हें भी आवास उपलब्ध कराया जाएगा।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रदेश की अवैध कालोनियों को वैध कालोनी में परिवर्तित करने के लिए अभियान चलाया जाएगा। मुख्यमंत्री चौहान ने नगरीय निकाय की प्रतिनिधियों से स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए सजग और सतर्क रहकर कार्य करने की अपील की। उन्होंने कहा कि स्वच्छता स्वस्थ जीवन जीने के लिए आवश्यक है। शासकीय अधिकारियों के साथ स्वच्छता अभियान में जनता के जुड़ने से ही परिणाम आते हैं। अत: समाज के हर वर्ग को स्वच्छता अभियान से जुड़कर अपने नगरीय निकाय को स्वच्छता में सर्वोच्च लाने का प्रयास करना होगा। मुख्यमंत्री चौहान ने सभी धर्मगुरुओं, स्वयंसेवी संस्थाओं, रहवासी संघों, स्वंयसेवियों, सफाई कर्मचारियों का आह्वान किया कि वे अपने शहर को कम से कम थ्री स्टार रेटिंग में लाने का प्रयास अवश्य करें।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रत्येक गाँव और शहर की अपनी संस्कृति, संस्कार और मूल्य होते हैं। अत: सभी 407 नगरीय निकाय साल भर में किसी एक दिन अपने नगर का जन्म दिवस अथवा गौरव दिवस अवश्य मनाएँ। भोपाल का जन्म-दिवस विलीनीकरण दिवस 1 जून को तथा इंदौर का जन्म दिवस माँ अहिल्या के जन्म दिवस पर मनाया जाएगा। जन्म दिवस अथवा गौरव दिवस पर अपने गाँव और शहर के सभी लोगों को आमंत्रित करें और अपने क्षेत्र के विकास की योजनाएँ बनाएँ। साथ ही अन्य कई प्रकार की गतिविधियाँ संचालित की जा सकती हैं। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि अपने शहरों को आगे बढ़ाने के लिए जज्बा और जुनून आवश्यक है।
मुख्यमंत्री चौहान ने कार्यक्रम में भोपाल के लखन सिंह राजपूत, मुकेश चौहान, श्रीमती राजकुमारी शाक्य को आवास आवंटन प्रमाण-पत्र तथा रणवीर अहिरवार और बाबूलाल गौर को आवास आवंटन प्रमाण-पत्र तथा गृह प्रवेश के प्रतीक स्वरूप घर की चाबी भेंट की।
मुख्यमंत्री चौहान ने विभिन्न हितग्राहियों से वर्चुअली संवाद भी किया। मुख्यमंत्री ने धार जिले की बदनावर नगर परिषद की श्रीमती तीजा बाई, रतलाम जिले की जावरा नगर परिषद की श्रीमती फरजाना, अनूपपुर की जेतहरि नगर परिषद के दोलू कोल और भिण्ड के महगाँव की श्रीमती गंगाबाई से वर्चुअली संवाद किया। मुख्यमंत्री चौहान ने हितग्राहियों से प्रधानमंत्री आवास योजना सहित अन्य योजनाओं के मैदानी स्तर पर क्रियान्वयन की भी जानकारी प्राप्त की।
नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री चौहान के नेतृत्व में राज्य सरकार प्रदेश के हर गरीब के अपने घर के सपने को साकार कर रही है। मुख्यमंत्री चौहान ने प्रदेश को बीमारू राज्य की श्रेणी से निकाल कर समृद्धशाली राज्यों में स्थान दिलाया है। मुख्यमंत्री चौहान ने सत्ता को सेवा का माध्यम बनाया है। प्रधानमंत्री मोदी ने प्रदेश में क्रियान्वित नगरीय विकास के कार्यक्रमों में तीन बार सहभागिता की है। यह प्रदेश के लिए गौरव का विषय है। प्रदेश के शहरों को मुख्यमंत्री चौहान की संकल्पना के अनुरूप स्वच्छ, सुन्दर और विकसित बनाने के लिए विभाग कोई कसर नहीं छोड़ेगा।
खजुराहो सांसद वी.डी. शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के गरीबों के जीवन बदलने के अभियान और पंडित दीनदयाल उपाध्याय के अंत्योदय के विचार को क्रियान्वित करने के लिए मुख्यमंत्री चौहान के नेतृत्व में प्रदेश में संचालित योजनाओं का बेहतर प्रभाव स्पष्ट दिखाई दे रहा है। कोरोना संकट में भी प्रदेश में प्रधानमंत्री आवास योजना में छह माह से कम अवधि में मकान बनकर तैयार हुए हैं। यह उपलब्धि सरकार की गति और संकल्प को दर्शाती है। नगरीय विकास एवं आवास राज्य मंत्री ओ.पी.एस. भदोरिया ने आभार माना।