अन्तर्राष्ट्रीय

बहुत भारी आर्थिक और राजनीतिक कीमत चुकाएगा रूस: नाटो

नई दिल्ली । रूस की ओर से यूक्रेन पर हमला करने के बाद गुरुवार को नाटो ने ब्लॉक के पूर्वी हिस्से में ‘अतिरिक्त रक्षात्मक भूमि और वायु सेना’ की तैनाती की घोषणा की है। आरटी ने अपनी एक रिपोर्ट में बताया कि नाटो ने रूसी आक्रमण का जवाब देने के लिए अपने सभी बलों की तैयारी में वृद्धि की घोषणा की है।गठबंधन ने गुरुवार को एक बयान में कहा, “रूस की कार्रवाई यूरो-अटलांटिक सुरक्षा के लिए एक गंभीर खतरा है और उनके भू-रणनीतिक परिणाम होंगे। नाटो सभी सहयोगियों की सुरक्षा और रक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक उपाय करना जारी रखेगा।”

आपातकालीन परामर्श के बाद, ब्लॉक (समान राजनीतिक हित वाले देशों का गुट) ने अपने ‘निरोध और रक्षा’ को मजबूत करने के लिए ‘अतिरिक्त कदम उठाने’ का फैसला किया। रिपोर्ट के अनुसार, नाटो ने कहा, “हमारे उपाय निवारक, आनुपातिक और नॉन-एस्केलेटरी हैं।” गठबंधन ने रूस के सैन्य ‘ऑपरेशन’ को ‘यूक्रेन पर एक भयानक हमला, जो पूरी तरह से अनुचित और अकारण है’ करार दिया और मास्को से कार्रवाई को तुरंत बंद करने का आह्वान किया।

बयान में कहा गया है, “रूस बहुत भारी आर्थिक और राजनीतिक कीमत चुकाएगा। नाटो प्रासंगिक हितधारकों और यूरोपीय संघ सहित अन्य अंतरराष्ट्रीय संगठनों के साथ निकटता से समन्वय करना जारी रखेगा।” आरटी की रिपोर्ट के अनुसार, नाटो का दावा है कि उसने रूस के साथ कूटनीति और बातचीत को आगे बढ़ाने के लिए हर संभव प्रयास किया है और नाटो-रूस परिषद में बातचीत के लिए इसे ‘बार-बार आमंत्रित’ किया है।

उसने कहा, “रूस ने अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। अकेले रूस ने ही तनाव को बढ़ाया है।” राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि रूस ने गुरुवार सुबह यूक्रेन में अपना ‘विशेष अभियान’ शुरू किया। उन्होंने कहा कि जैसा कि ऑपरेशन का उद्देश्य दो अलग-अलग क्षेत्रों डोनेट्स्क और लुगांस्क पर यूक्रेनी सेना के हमलों को रोकना है, जिसे अब मॉस्को द्वारा संप्रभु राज्यों के रूप में मान्यता दी गई है, इसलिए विशेष अभियान शुरू किया गया है।

पुतिन की राय में, नाटो ने यूक्रेन को एक प्रॉक्सी के रूप में इस्तेमाल किया है, ताकि रूस को सैन्य रूप से धमकी दी जा सके। उन्होंने रेखांकित किया कि उनकी सरकार को अपने पड़ोसी देश को असैन्य बनाने के लिए तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि भविष्य में नाटो की शर्तों पर रूस के खिलाफ कोई हमला न हो।

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