नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अपने सभी मंत्रियों से रात्रिभोज पर मुलाक़ात करेंगे। पिछले साल २६ मई को सरकार बनने के बाद ये दूसरी बार है जब प्रधानमंत्री मोदी ने मंत्रिपरिषद की बैठक बुलाई है। माना जा रहा है कि इस बैठक में अनौपचारिक तौर पर सरकार के अभी तक के कामकाज का लेखा-जोखा रखने के साथ ही हर मंत्रालय के बारे में भी चर्चा हो सकती है। संभावना है कि प्रधानमंत्री सामाजिक क्षेत्रों में सरकार की ओर से उठाए गए क़दमों पर जोर देने के लिए कह सकते हैं।
विपक्ष का अड़ियल रवैया
हालांकि सरकारी सूत्रों के मुताबिक़ साल खत्म होने पर यह एक सामान्य बैठक है जिसका मक़सद सभी मंत्रियों के साथ सीधा और सामूहिक संवाद करना है। यह बैठक ऐसे समय बुलाई गई है जब शीतकालीन सत्र में गतिरोध बना हुआ है और राज्यसभा में कोई काम नहीं हो पा रहा है। कई महत्वपूर्ण बिल लटके हुए हैं और मंत्रियों में अपने विभागों से संबंधित बिलों को लेकर बेचैनी बढ़ रही है।
समझा जा रहा है कि बैठक में कांग्रेस के अड़ियल रवैये पर चर्चा हो सकती है। मंत्रियों से कहा जा सकता है कि २३ दिसंबर को शीतकालीन सत्र खत्म होने के बाद वो जनता के बीच जाकर विपक्ष के रवैये को उजागर करें। सरकार यह योजना भी बना रही है कि अगर वस्तु एवं सेवाकर यानी जीएसटी बिल पारित नहीं हो पाता है तो देश भर में कांग्रेस के रवैये के बारे में जनता को बताया जाए।