अन्तर्राष्ट्रीय

रूसी हमले में यूक्रेन का दूसरा न्यूक्लियर पावर प्लांट तबाह, रेडिएशन के लीक होने का खतरा बढ़ा

कीव: यूक्रेन में 13वें दिन भी रूसी हमले जारी है। इस युद्ध में यूक्रेन का दूसरा न्यूक्लियर पावर प्लांट तबाह हो गया है। अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के मुताबिक अभी तक रेडिएशन के लीक होने की खबर नहीं है, लेकिन खतरा बना हुआ है। रूस ने 3-4 मार्च को नीपर नदी के पास दक्षिण पूर्वी यूक्रेन में मौजूद जापोरिजिया परमाणु प्लांट पर गोलाबारी की और इसे अपने कब्जे में ले लिया। गोलाबारी की वजह से यहां पर आग लग गई थी। हालांकि बाद में आग पर काबू पा लिया गया था, मगर रेडिएशन का खतरा बना हुआ था।

वही, रूसी सेना ने 24 फरवरी को यूक्रेन पर हमले के पहले दिन ही चेर्नोबिल परमाणु ऊर्जा प्लांट पर कब्जा कर लिया था। कीव के उत्तर में मौजूद चेर्नोबिल प्लांट में 1986 में दुनिया की सबसे भीषण परमाणु आपदा देखने को मिली थी। इसके बाद से ही चेर्नोबिल पूरी तरह से खाली पड़ा हुआ था। रूस द्वारा लगातार किए जा रहे हमलों की वजह से प्लांट की सुरक्षा को लेकर खतरा पैदा हो गया है। अगर रूसी सेना की तरफ से हमले के दौरान लापरवाही बरती गई, तो हालात भयावह हो सकते हैं।

बीते 13 दिनों से लगातार हो रहे गोलाबारी ने पूरे देश को बर्बाद कर दिया है। एक तरफ जहां यूक्रेन रूस, दोनो देशों में से कोई भी एक झुकने को तैयार नहीं है वहीं दूसरी तरफ रूस के इस तरह हमले से कई देश उसके खिलाफ हो रहे हैं। इस बीच रूस ने नागरिकों को निकालने के लिए सोमवार सुबह से संघर्ष-विराम के साथ कई क्षेत्रों में मानवीय गलियारों को खोलने की घोषणा की है। हालांकि, निकासी मार्ग ज्यादातर रूस और उसके सहयोगी देश बेलारूस की ओर जा रहे है। यह तुरंत स्पष्ट नहीं है कि क्या नागरिकों को निकाला जा रहा है। गलियारों की नई घोषणा के बाद भी रूसी सेना ने कुछ यूक्रेनी शहरों पर रॉकेट हमला जारी रखा और कुछ क्षेत्रों में भयंकर लड़ाई जारी रही।

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