हाल ही में हुए एक रिसर्च में सामने आया है कि मछली का सेवन कैंसर की बीमारी का दूर भगाता है। रिसर्च में बताया गया है कि मछली खाने से कैंसर की रोकथाम हो सकती है। शोध के मुताबिक, मछली में एक विशेष प्रकार का तेल ओमेगा-3एस पाया जाता है, जो उन तेलों की तुलना में ज्यादा प्रभावी माना जाता है जो कि कैंसर की रोकथाम में असरदार माने जाते हैं। ये रिचर्स गुलाफ यूनिवर्सिटी ऑफ कनाडा में किया गया है।
यह शोध ‘द जर्नल ऑफ न्यूट्रिशनल बायोकेमिस्ट्री’ में प्रकाशित हुआ है। रिसर्च के अनुसार, शोधकर्ताओं ने पाया कि कैंसर की रोकथाम के साथ-साथ ओमेगा-3 एस ट्यूमर के विकास को रोकने में भी काफी असरदार है। शोधकर्ताओं ने कहा कि पहली बार किसी शोध में पाया कि मछली के ओमेगा-3 एस नामक तेल से कैंसर और ट्यूमर की रोकथाम वाला यह पहला शोध है।
ओमेगा-3 कैंसर की रोकथाम कर प्रतिरक्षा प्रणाली से जुड़े जीन को बदलकर और ट्यूमर को बढ़ने से रोकता है। ओमेगा-3 एस एक ऐसा विटामिन है जो मछली के अलावा कई समुद्री पौधों में भी पाया जाता है। ओमेगा तीन प्रकार के होते हैं, फैटी एसिड-अ-लिनोलेनिक एसिड (एएलए), इकोसापैनटोइनिक एसिड (ईपीए) और डोकोसैक्सिनोइक एसिड ( डीएचए)।
टूना व सालमन मछलियों में ओमेगा-3 एस की मात्रा ज्यादा होती है जो कैंसर होने के आसार को कम करता है, इसलिए टूना व सालमन मछलियों को खाने में ज्यादा सेवन करें। साथ ही मछली के सेवन से दिमाग तेज होता है और भूलने की बीमारी में भी लाभ होता है।