मैनपाट महोत्सव है विकास की गाथा, जो दिखाता है पहले से अब तक मैनपाट में कितना हुआ विकास : भगत
सीतापुर: मैनपाट महोत्सव के समापन समारोह में खाद्य एवं संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत ने कहा की मैनपाट महोत्सव सिर्फ नाच गाना देखने के लिए नही है बल्कि मैनपाट महोत्सव एक विकास की गाथा हैं जो यह दिखाता है कि पहले से अब तक मैनपाट में कितना विकास हुआ हैं। इसे देखने ना सिर्फ इस प्रदेश के लोग आते हैं बल्कि बाहर राज्यो से भी पर्यटक यहा मैनपाट महोत्सव में आते हैं और खुद कहते हैं कि मैनपाट लगातार विकास की सीढि?ां चढ़ते जा रहा है । हर साल लोग जब यहा आते हैं तब उन्हें हमेशा कुछ नया देखने को मिलता हैं।
खाद्य मंत्री भगत ने जिला प्रशाशन के कार्यो की सराहना करते हुए कहा कि वैसे तो मैनपाट महोत्सव में हर साल कुछ नया अंदाज ले कर आता है पर इस साल के दंगल प्रतियोगिता और तीरंदाजी प्रतियोगिता ने लोगो का दिल जीत लिया?। उन्होंने सरगुजा कलेक्टर और प्रशासन की विशेष रूप से तारीफ की उन्होंने कहा कि इस प्रशाशन के अथक प्रयास से यह देखने को मिला है कि इस बार दर्शकों को उनके सीट पर ही चाय नास्ता पानी खाना मिल जा रहा हैं जो यकीनन काबिले तारीफ है। इस मौके पर मंत्री अमरजीत भगत ने मैनपाट की सुंदरता का बखान भी अपने अनोखे नए कवि अंदाज में की मैनपाट दुल्हन सी लगती ,मानो ओड़ि चुनरधानी हो,उन्होंने मैनपाट में चल रहे तमाम विकास कार्यो के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का आभार व्यक्त किया। भगत ने लोक नृत्य में भाग लेने वाले तमाम कलाकरों को पुरस्कार दिया ? जिसमें प्रथम आने वाले दल को 21000 तथा द्वितीय को 10000 का पुरस्कार राशि दी गई । दंगल में भाग लेने वाले पहलवानों के लिये भी पुरस्कार राशि प्रदान की गई।