कई बार रात में खांसी और भी बिगड़ जाती है. यह पोस्टनेसल ड्रिप यानी कोल्ड ब्रोंकाइटिस ( या एलर्जी या एसिड रिफ्लक्स के कारण गले में आने वाले पेट के एसिड के कारण हो सकता है. रात में लेटते ही खांसी शुरू हो जाती है और ऐसे में सोने में बहुत दिक्कत होती है. लक्ष्मीदत्ता शुक्ला का कहना है कि गले या ऊपरी वायु मार्ग में एक रुकावट या अड़चन होती है तो दिमाग शरीर को खांसने का संकेत इस अड़चन को निकालने के लिए देता है.
एम्स के डॉ. केएम नाधीर का कहना है कि खांसी एक गंभीर बीमारी का संकेत भी है. खांसी के अधिकतर मामलों में दवा लेने की जरूरत नहीं पड़ती है क्योंकि खांसी अपने आप ठीक हो जाती है. कुछ घरेलू उपचार हैं, जिनसे रात को होने वाली खांसी से राहत मिल सकती है.
पोस्टनेसल ड्रिप के मामले में या अगर एसिड रिफ्लक्स की शिकायत हो तो सिर ऊपर रखने के लिए अतिरिक्त तकियों का इस्तेमाल करें. जब सपाट सोते हैं, तो बलगम या एसिड रिफ्लक्स गले को परेशान करता है. सिर को उठाने से यह जमता नहीं बहने लगता है.
सोने से पहले एक भाप से भरपूर स्नान करें, लेकिन याद रखें अगर खांसी अस्थमा के कारण है, तो भाप इसे बदतर बना सकती है.ह्यूमिडिफायर का इस्तेमाल करें. नम हवा खांसी से राहत देने में मदद कर सकती है. हालांकि अगर खांसी एलर्जी के कारण होती है जैसे धूल के कण जो नम हवा में पनपते हैं, इनसे सावधान रहें कि कमरे को बहुत नम न करें.
अपना बिस्तर साफ रखें. अगर खांसी एलर्जी के कारण है तो यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि सोने की जगहों पर धूल के कण न हों. गर्म पानी में कम से कम हर सप्ताह सभी बिस्तर धोएं, ड्रायर में सुखाएं, घर के बाहर रस्सी पर नहीं.
सोने जाने से पहले शहद के साथ डिकैफिनेटेड चाय पीएं. चाय की गर्मी गले में खराश को शांत करेगी और फ्लूइड पतले स्राव में मदद करेगा. अदरक, पुदीना या पेपरमिंट के साथ हर्बल चाय भी खांसी को शांत कर सकती है.
अपने बिस्तर के पास वह सब कुछ रखें जो जरूरी हो. अगर खांसी है, तो सुनिश्चित करें कि अपनी खांसी की दवा, एक गिलास पानी या कुछ और जो तत्काल राहत देने के लिए मदद करता है.
धूम्रपान न करें इससे रात को होने वाली खांसी की परेशानी नहीं रहेगी. इससे खांसी कम होने में भी मदद मिलेगी.
पतले बलगम, सूखापन कम करने के लिए सेलाइन नेसल स्प्रे का इस्तेमाल कर सकते हैं. यह नाक में होने वाली एलर्जी और जलन को दूर करने में मदद करेगा.
रात को खांसी होने की आशंका तब बढ़ जाती है जब दूध या उससे बने उत्पाद रात को लिए जाएं. जिन्हें इनसे एलर्जी है अक्सर उनके साथ ऐसा होता है. एलर्जी की परेशानी नहीं है तो रात को गर्म दूध पी सकते हैं.
हाइड्रेटेड रहने से कई परेशानी दूर हो सकती है. खांसी रोकने के लिए हाइड्रेटेड रहें, ताकि म्यूकस पतला हो सके और रात की खांसी से बचा जा सके.
खाना खाने के तुरंत बाद सोने की गलती न करें, क्योंकि इससे रात में पेट के एसिड्स फूड पाइप और गले तक वापस आने लगते हैं. इससे खांसी बढ़ जाती है. इसलिए खाना खाने के दो घंटे बाद सोएं.