रूस में इंफोसिस के कारोबार पर घिरे नारायण मूर्ति के दामाद ब्रिटिश वित्त मंत्री ऋषि सुनक
नई दिल्ली। यूक्रेन पर हमले के बाद रूस पर दुनियाभर के देशों द्वारा लगाई गई पाबंदियों के बावजूद इंफोसिस द्वारा मॉस्को में कारोबार जारी रखने पर ब्रिटिश वित्त मंत्री ऋषि सुनक घिर गए। सुनक इंफोसिस के प्रमुख नारायण मूर्ति के दामाद हैं। मीडिया में जब उनसे इंफोसिस के रूस में कारोबार पर सवाल किया गया तो उन्होंने पल्ला झाड़ लिया।
दरअसल, एक ब्रिटिश न्यूज चैनल से चर्चा में सुनक से पूछा गया था कि वे दूसरी कंपनियों को रूस से रिश्ते नहीं रखने को कह रहे हैं, लेकिन इंफोसिस वहां कारोबार कर रही है? वह स्वयं पाबंदियों का पालन क्यों नहीं कर रहे हैं? इस पर उन्होंने तत्काल कहा कि वह इंफोसिस में नहीं हैं। पत्नी अक्षता मूर्ति के उसमें शेयर हैं। मेरी पत्नी ब्रिटेन की सांसद नहीं है। स्काय न्यूज से चर्चा में सुनक ने कहा, ‘इंफोसिस के कारोबार के लिए मैं जिम्मेदार नहीं हूं। मैं निर्वाचित नेता हूं और मैं यहां, जिसके लिए जिम्मेदार हूं, उस पर चर्चा के लिए आया हूं।’ ऋषि सुनक के बारे में कहा जाता है कि वह ब्रिटेन के अगले प्रधानमंत्री हो सकते हैं।
एंकर ने जब ऋषि सनक से प्रतिप्रश्न किया कि माना कि उनकी पत्नी सांसद नहीं हैं, लेकिन एक देश के रूप में ब्रिटेन अपने करदाताओं से जंग में यूक्रेन की मदद करने के लिए कह रहा है, तो ऐसे में उनके परिवार का रूस से लाभ कमाना ठीक नहीं है? इस पर सुनक ने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि यह मामला इस तरह का है। कंपनियों का संचालन उन पर निर्भर है। हमने पाबंदियां लगाई हैं और उनके पालन के लिए कंपनियां जिम्मेदार हैं। वे पाबंदियों का पालन कर रही हैं। जहां तक इंफोसिस का सवाल है, मेरा उससे कोई लेना देना नहीं है।
इंफोसिस की रूस में छोटी टीम, 10 लाख डॉलर की मदद का एलान कर चुकी
इंफोसिस पहले ही रूस में कारोबार को लेकर स्पष्टीकरण दे चुकी है। कंपनी का कहना है कि उसकी रूस में छोटी टीम है। उसका रूसी उद्यमों के साथ कोई सक्रिय व्यावसायिक संबंध नहीं है। वहां वह कुछ वैश्विक ग्राहकों को सेवाएं देने के लिए कारोबार कर रही है। कंपनी ने यूक्रेन जंग पीड़ितों की राहत के लिए 10 लाख डॉलर देने का भी एलान किया है।