राष्ट्र के विकास का सपना स्त्री शिक्षा के बिना अधूरा : राज्यपाल पटेल
भोपाल: राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा है कि किसी भी राष्ट्र के विकास का सपना स्त्री शिक्षा के बिना अधूरा है क्योंकि पुरुष शिक्षित होता है तो एक परिवार ही शिक्षित होता है। जब एक महिला शिक्षित होती है तो वह कई पीढ़ियों को शिक्षित और ज्ञानवान करती है। उच्च शिक्षा रोज़गार प्रदान करने के साथ ही, विचारों के संकीर्ण दायरे से बाहर निकल कर विस्तृत विकास वादी सोच को जन्म देती है। उन्होंने छात्राओं का आव्हान किया कि वे पिछड़े और वंचित क्षेत्रों की महिलाओं के सशक्तिकरण और स्वावलंबन में सहयोग करें। गाँवों की बहनें जो उच्च शिक्षा प्राप्त करने से वंचित हैं, उनकी शिक्षा के प्रयासों में सहयोग के लिए उनके पालकों और परिजनों को समझाएँ।
राज्यपाल पटेल आज भोपाल के पंडित दीनदयाल उपाध्याय कन्या महाविद्यालय के दयाराम टी. शाहनी सभागार में 30वें वार्षिक उत्सव समारोह को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में राज्यपाल ने 10 मेधावी छात्राओं को पुरस्कृत किया। इस मौके पर विधायक रामेश्वर शर्मा मौजूद थे। राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा कि महिलायें शिक्षित, सशक्त और मजबूत इरादा लेकर आगे बढ़ेंगी तभी परिवार, समाज और राष्ट्र सुदृढ़ होंगे। उन्होंने वर्तमान परिवेश में महिलाओं का सशक्त, जागरूक, आत्म-निर्भर और आत्म-विश्वासी होना जरूरी है। इसके साथ ही महिलाओं में अपनी सुरक्षा और संघर्ष करने का बुलन्द इरादा होना भी जरूरी है। राज्यपाल पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नई शिक्षा नीति के माध्यम से देश को ज्ञान के क्षेत्र में सुपर पॉवर बनाने का अवसर दिया है। उन्होंने कहा कि शिक्षा ऐसा मिशन है जो देश और समाज में सभी जरूरतमंद और वंचित वर्गों के विकास में सहयोगी माहौल का निर्माण करता है। उन्होंने उम्मीद जाहिर की कि महाविद्यालय की छात्राओं के सर्वांगीण विकास में नई शिक्षा नीति मील का पत्थर साबित होगी। राज्यपाल ने आशा व्यक्त की कि महाविद्यालय की छात्राएँ पं. दीनदयाल उपाध्याय और संत हिरदाराम साहिब के व्यक्तित्व से प्रेरणा लेकर प्रदेश को गौरवान्वित करेंगी। राज्यपाल का संस्था की ओर से शाल-श्रीफल और स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मान किया गया।
कार्यक्रम को विधायक रामेश्वर शर्मा ने भी संबोधित किया, उन्होंने कहा कि देश अपने सांस्कृतिक मूल्यों के साथ तेजी से तरक्की कर रहा है। कार्यक्रम में सिद्धभाऊ ने समाज में राष्ट्र बोध की भावना को और अधिक मजबूत बनाने के ठोस प्रयास किये जाने पर जोर दिया। महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ प्रिया बुधानी ने अकादमिक, छात्राओं के स्वावलंबन और सामाजिक सरोकारों के कार्यों का विवरण दिया। कार्यक्रम में स्वागत भाषण नवयुवक सभा के महासचिव महेश दयारमानी ने दिया। संस्था द्वारा एक महाविद्यलाय 4 स्कूलों का संचालन किया जा रहा है। जिनमें 1600 से अधिक बच्चे शिक्षा प्राप्त कर रहे है।