राष्ट्रपति-प्रधानमंत्री और उपराष्ट्रपति ने दी नव संवत्सर की शुभकामनाएं
नई दिल्ली: आज से चैत्र नवरात्रि (Chaitra Navratri 2022) के पर्व की शुरुआत हो चुकी है। हालाँकि इस बीच नवरात्रि और नए साल के पहले दिन को चिह्नित करते हुए, आज यानी शनिवार को नई दिल्ली के झंडेवालान मंदिर (Jhandewalan Temple) में सुबह-सुबह ‘आरती’ की गई। यहाँ भक्तों ने मंदिर में पूजा-अर्चना की और देवी दुर्गा से आशीर्वाद लिया। वहीं आज इस खास अवसर पर देशभर में नेताओं ने भी बधाई दी है। इस लिस्ट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) भी शामिल है। जिन्होंने कहा, ‘सभी देशवासियों को नवरात्रि की बधाई। शक्ति की उपासना का यह पर्व हर किसी के जीवन में नई ऊर्जा का संचार करे।’ इसी के साथ ही पीएम मोदी ने गुड़ी पड़वा और उगादी पर्व की भी शुभकामनाएं दी।
वहीं उनके अलावा राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद ने चैत्र शुक्लादि, उगादी, गुड़ी पड़वा, चेती चांद, नवरेह और साजिबु चेरोबा की पूर्व संध्या पर देशवासियों को शुभकामनाएं दी है। जी दरअसल राष्ट्रपति ने अपने संदेश में कहा ‘चैत्र शुक्लादि, उगादी, गुड़ी पड़वा, चेती चांद, नवरेह और साजिबु चेरोबा त्योहारों के शुभ अवसर पर, मैं सभी देशवासियों को बधाई और शुभकामनाएं देता हूं।’ इसी के साथ उन्होंने कहा- ‘वसंत ऋतु के साथ-साथ भारतीय नव वर्ष के शुभागमन के स्वागत में, समूचे देश में भिन्न-भिन्न स्वरूप में मनाए जाने वाले ये त्योहार हमें सांस्कृतिक और सामाजिक एकता के सूत्र में पिरोते हैं। इन उल्लासमय पर्वों के माध्यम से हमारे समाज में सौहार्द और एकता की भावना मजबूत होती है। मेरी कामना है कि ये त्योहार सभी के जीवन में परस्पर प्रेम और सद्भावना का संचार करें और हम सब मिलकर इस नव-वर्ष में नई उमंग के साथ राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान दे।’वहीं रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, चैत्र नवरात्रि के पावन पर्व की आप सभी को हार्दिक बधाई। शक्ति स्वरूपा माता का आशीर्वाद आप सभी पर बना रहे यही प्रार्थना है। मां जगदंबा आप सभी के जीवन में सुख और समृद्धि की वृद्धि करें।’
वहीं उनके अलावा उपराष्ट्रपति श्री वेंकैया नायडू ने ‘उगादी, गुड़ी पड़वा, चैत्र शुक्लादि तथा चेटी चंड’ की पूर्व संध्या पर देशवासियों को बधाई दी है। उन्होंने कहा, ‘मैं ‘उगादी, गुड़ी पड़वा, चैत्र शुक्लादि तथा चेटी चंड’ के आनंदमय तथा शुभ अवसर पर अपने देश के सभी नागरिकों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं देता हूं। ये त्योहार पारम्परिक नव वर्ष के शुभारंभ के प्रतीक हैं और हमारे जीवन में एक नयी आशा और उल्लास लेकर आते हैं। हमारे देश के विभिन्न राज्यों में विविध पारम्परिक रीतियों से मनाए जाने वाले ये त्योहार हमारी समृद्ध सांस्कृतिक विविधता तथा उसमें अंतर्निहित एकता को दर्शाते हैं। मेरी कामना है कि ये त्योहार हमारे देश में समृद्धि और खुशहाली लाएं तथा राष्ट्र के लोगों के बीच बंधुत्व के संबंधों को और मजबूती प्रदान करें।’