दवाइयों से नशे बनाने वाला गिरोह का पुलिस ने किया पर्दाफाश, 15 करोड़ का माल पकड़ाया
इंदौर: इंदौर में नशे का कारोबार करने वाले बड़े रैकेट का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से 150 किलो (डेढ़ क्विंटल) नशीला पदार्थ जब्त किया गया है जिसकी अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कीमत 15 करोड़ रुपए से ज्यादा आंकी जा रही है। आरोपियों ने तीन ऑफिस किराए पर लिए हुए थे और यहीं पर मिलावट कर नकली नशीला पदार्थ बनाते थे। जिसके बाद इसे सस्ते रेट पर लोगों तक सप्लाई किया जाता था।
ऐसे पकड़ाया नशे का कारखाना
इंदौर शहर में तेजी से बढ़ रहे अपराधों की जांच के दौरान पुलिस को इस बात की जानकारी लगी थी कि नशे की लत में फंसकर बदमाश अपराध कर रहे हैं। इस आधार पर पुलिस ने नशे का कारोबार करने वाली गैंग की पड़ताल शुरु की तो पता चला कि इंदौर शहर में बड़े सस्ते दामों पर पाउडर बेचा जा रहा है। साथ ही ये भी जानकारी मिली कि RNT मार्ग पर चेतक सेंटर में तीन ऑफिस किराए से लिए गए हैं जिनमें नशे को तैयार करने का काम किया जाता है। पुलिस ने जब इन दफ्तरों पर छापेमारी की तो यहां से 150 किलो नशीला पाउडर जब्त हुआ। मौके से 4 लाख रुपए नकद, साथ ही नोट गिनने की मशीन, एक मिक्सर, बड़े टब, प्लास्टिक ड्रम, मास्क और इलेक्ट्रॉनिक वेट मशीन भी जब्त की गई है।
नशे में करते थे मिलावट
जानकारी के मुताबिक नशीले पाउडर के लिए कच्चा माल दिल्ली के रास्ते मुजफ्फरनगर से आता था। जिसके बाद इंदौर में बने इन दफ्तरों में पेरासिटामोल दवा सहित कई तरह का केमिकल डालकर इसे नशे के लिए तैयार किया जाता था। इससे पाउडर की कीमत 10 गुना तक कम हो जाती है। पुलिस की गिरफ्त में आए आरोपियों के नाम अजय, कोमल, दिनेश, आरिफ और कार्तिक हैं। इनमें से कोमल ने बताया कि ने बताया कि वो पहले मुजफ्फरनगर में नशीला पदार्थ बनाने वाली फैक्ट्री में काम करता था और उसने वहीं पर नशीला पाउडर बनाना सीखा था।