कारपेट एक्स्पो का आम कश्मीरी निर्यातकों को नहीं मिला लाभ
आयोजकों पर जानकारी ने देने और सहायता राशि हड़पने का आरोप
हस्तशिल्प आयुक्त द्वारा परिषद को नोटिस जारी कर मांगा गया जवाब
भदोही : कालीन निर्यात संवर्धन परिषद के तत्वावधान में आयोजित कारपेट एक्स्पो का लाभ आम कश्मीरी निर्यातकों को नहीं मिला। आरोप है कि आम कश्मीरी निर्यातकों से आयाजकों ने न सिर्फ फेयर में लगने वाले स्टालों की जानकारी छिपाई बल्कि इस बाबत मिलने वाली सहायता राशि को भी हड़प लिया। कश्मीर के निर्यातकों को मदद पहुंचाने के बजाय आयोजकों द्वारा अपने चहेतों के लिए स्टालों की बुकिंग किए जाने के आरोप पर हस्तशिल्प आयुक्त द्वारा परिषद को नोटिस जारी करके जवाब मांगा है। आरोप है कि कारपेट एक्स्पो में परिषद द्वारा हाल ही में लगे मेले में 10 छोटे निर्यातकों के लिए मुफ्त स्टाल लगाने के लिए अनुदान दिया था। मकसद था कश्मीर के सुदूर क्षेत्रों और कमजोर निर्यातकों की मेले में भागीदारी सुनिश्चित हो सके।
इसका भुगतान परिषद को हैंडीक्राफ्ट बोर्ड द्वारा किया जाना था, लेकिन परिषद ने इसका फायदा आम कश्मीरी निर्यातकों को पहुंचाने के बजाय चेयरमैन सहित वहां के पदाधिकारियों ने चोरी छिपे इस योजना की जानकारी उन्हें नहीं दी गयी। और स्टाल आम कश्मीरी निर्यातकों को देने के बजाय अपने ही सगे-संबंधियों का स्टाल लगवा दिया गया। इसकी जानकारी होने पर लाभ से वंचित निर्यातकों ने विकास आयुक्त हस्तशिल्प को पत्र भेजकर शिकायत दर्ज कराई है। इस आरोप को संज्ञान में लेते हुए विकास आयुक्त ने मेला आयोजक सीइपीसी को पत्र जारी कर जवाब मांगा है। निर्यातकों ने विकास आयुक्त हस्तशिल्प को भेजे पत्र में कहा है कि यह पद का सरासर दुरुपयोग है जिसका फायदा कश्मीर के निर्यातकों को मिलना चाहिए था, लेकिन उसे बिना किसी को बताए खुद उठा लेना बहुत ही निंदनीय है। निर्यातकों ने चेयरमैन सहित इसमें शामिल सभी लोगो के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है।