राज्यवाराणसी

रॉकेटमैन के हाथों मेडल पाकर चहके आईआईटी बीएचयू के मेधावी

10वां दीक्षांत समारोह : पारंपरिक परिधान में मेधावियों ने लिया मेडल

इसरो के चेयरमैन सोमनाथ एस ने कहा, जहां जाएंगे कुछ नया करेंगे आईआईटीयन

-सुरेश गांधी

वाराणसी : भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (बीएचयू) का 10दीक्षांत समारोह रविवार को स्वतंत्रता भवन में आयोजित किया गया। इस मौके पर संस्थान के मेधावी समारोह के मुख्य अतिथि एवं भारत के सबसे ताकतवर स्पेस रॉकेट के निर्माण कार्यक्रम कर चुके इसरो के चेयरमैन व अंतरिक्ष विभाग के सचिव सोमनाथ एस के हाथों सम्मानित किए गए। समारोह में कुल 58 छात्र-छात्राओं को 84 मेडल व पुरस्कार प्रदान किए गए। खास बात यह रही कि पारंपरिक परिधान में सज-धजकर आएं मेधावी सोने के मेडल पाकर खुशी से चमकते नजर आएं। भारतीय संस्कृति को जीवंत करते ये छात्र धोती-कुर्ता और सदरी तो छात्राएं साड़ी अथवा सलवार-कुर्ता में नजर आईं। संबोधन के दौरान मुय अतिथि ने मेधावियों का आह्वान किया कि आईआईटी के छात्र जहां जाएंगे कुछ नया करेंगे। सोमनाथ एस ने कहा कि बहुत नई टेक्नोलॉजी इस क्षेत्र में आ रही हैं और उन टेक्नोलॉजी को हमें अपने पास कैसे लाया जाए, उस पर काम करना है जिससे देश को नई दिशा मिल सके और कम से कम अगली जनरेशन तक वह काम करे।

समारोह का शुभारंभ मुख्य अतिथि सोमनाथ एस व आईआईटी ऑफ गवर्नर के चैयरमैन पद्मश्री डा. कोटा हरिनारायन ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच मालवीय जी की प्रतिमा पर माल्यापर्ण एवं दीप प्रज्जवलित कर किया। बता दें, संस्थान के विभिन्न पाठ्यक्रमों के 1610 मेधावी छात्रों को उपाधि प्रदान की गई। इसमें 766 बीटेक, 252 आईडीडी, 368 एमटेक/एमफार्मा व 36 एमएससी छात्रों को विभिन्न उपाधियां शामिल हैं। समारोह में 188 से अधिक शोधार्थियों को डिग्री दी गई। इस वर्ष बीटेक स्तर पर शैक्षणिक क्षेत्र में संपूर्ण उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग के छात्र कुशल टिब्रेवाल को प्रेसीडेंट्स स्वर्ण पदक से सम्मानित किया गया। वहीं सभी क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन व संगठनात्मक व नेतृत्व क्षमता प्रदर्शित करने के लिए मेटलर्जिकल इंजीनियरिंग विभाग के छात्र पुलकित गुप्ता को डाइरेक्टर्स स्वर्ण पदक से विभूषित किया गया।

इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि पूर्व छात्र किसी भी संस्थान का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होते हैं। प्रतिष्ठित पूर्व छात्र/पूर्व छात्रा पुरस्कार संस्थान द्वारा अपने पूर्व छात्रों को उनकी उपलब्धियों के सम्मान में दिया जाने वाला सर्वोच्च पुरस्कार है। कार्यक्रम में अधिष्ठाता शैक्षणिक कार्य प्रोफेसर एस बी द्विवेदी, कुलसचिव (प्रभार) राजन श्रीवास्तव, सूबे के गृह सचिव अवनीश अवस्थी, लोक गायिका पद्मश्री मालिनी अवस्थी, वाराणसी पुलिस के कई अधिकारी समेत अनुसंधान एवं विकास के अधिष्ठाता प्रोफेसर विकास कुमार दूबे, पुरा छात्र अधिष्ठाता प्रोफेसर राजीव कुमार श्रीवास्तव, सभी विभागों के विभागाध्यक्ष, समन्वयक, शिक्षक, अधिकारी, छात्र एवं उनके अभिभावक उपस्थित रहे। दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान के निदेशक प्रो प्रमोद कुमार जैन ने की।

सम्मानित किए गए पूर्व छात्र

  • निकेश अरोड़ा: सीईओ व अध्यक्ष, पालो-आल्टो नेटवर्क्स।
  • जय चौधरी: सीईओ, अध्यक्ष व सह-संस्थापक।
  • पवन कुमार जैन: साइट अध्यक्ष व जेएमडी, रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड।
  • डा. इंदु भूषण: पूर्व सीईओ राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण व आयुष्मान भारत।
    -डा. अरुण कुमार मेहता: मुख्य सचिव, जम्मू व कश्मीर सरकार।
  • प्रो. कुणाल करण: प्रोफेसर, रसायन व पेट्रोलियम इंजीनियरिंग विभाग, कैलगरी विश्वविद्यालय।
  • प्रो. बनमाली एस रावत: प्रोफेसर, इलेक्ट्रिकल व बायोमेडिकल इंजीनियरिंग विभाग, नेवादा विश्वविद्यालय।
  • डा. आनंद एस मूर्ति: इंटेल फेलो और निदेशक, इंटेल इंक।
  • कैलाश कैलाश: सह-संस्थापक, जीस्केलर।
    कुशल टिब्रेवाल ने सर्वाधिक 11 मेडल व पुरस्कार पाकर चूमा सफलता का शिखर, प्रेसिडेंट अवार्ड से सम्मानित
  • अभीजिथ और प्रनव को मिले आठ मेडल व पुरस्कार
  • मेटलर्जिकल विभाग के पुलकित गुप्ता को मिला डाइरेक्टर्स अवार्ड

गदगद हुए मेधावी
कुशल टिब्रेवाल को बीटेक स्तर पर शैक्षणिक क्षेत्र में संपूर्ण उत्कृष्ट प्रदर्शन करने के लिए प्रेसीडेंट्स स्वर्ण पदक से भी सम्मानित किया गया। वहीं, इलेक्ट्रिॉनिक्स इंजीनियरिंग के आरएडीएस अभिजिथ को कुल आठ मेडल और पुरस्कार (पांच स्वर्ण और तीन पुरस्कार) और कंप्यूटर साइंस एवं इंजिनियरिंग के प्रनव दलाल विभिन्न श्रेणियों में छह स्वर्ण, एक रजत और एक पुरस्कार कुल आठ मेडल व पुरस्कार प्राप्त कर सफलता के शिखर तक पहुंचे। संस्थान में सभी क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन और संगठनात्मक व नेतृत्व क्षमता प्रदर्शित करने के लिए पुलकित गुप्ता, डिपार्टमेंट ऑफ मेटलर्जिकल इंजीनियरिंग को डाइरेक्टर्स स्वर्ण पदक से विभूषित किया गया। इसके अतिरिक्त केमिकल इंजीनियरिंग एवं टेक्नोलॉजी से अमितेश पांडा को पांच स्वर्ण, दो पुरस्कार, मैकेनिकल इंजीनियरिंग से समर्थ चौधरी और फार्मास्यूटिकल्स इंजीनियरिंग एवं टेक्नोलॉजी से अनुश्री शेखावत को चार-चार स्वर्ण और एक-एक पुरस्कार और सिविल इंजीनियरिंग से पुरू दूबे को दो स्वर्ण और दो पुरस्कार से सम्मानित किया गया। दो मेडल प्राप्त करने वालों में सिविल से अमन शर्मा, मैकेनिकल से अनंतकृष्णन के, फार्मास्युटिकल्स से मोहना दास, इंडस्ट्रीयल केमिस्ट्रिी से पाटिल मोहित प्रवीणचंद्रा, सिरामिक से हर्ष बाल्दी, कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग से जान्हवी गुप्ता और माइनिंग इंजीनियरिंग से रजत कुमार खंडेलवाल रहे। पुरस्कार वितरण का संचालन शैक्षणिक कार्य के अधिष्ठाता प्रोफेसर श्याम बिहारी द्विवेदी ने किया। संस्थान के निदेशक प्रोफेसर प्रमोद कुमार जैन ने संस्थान की उपलब्धियों की आख्या पढ़ी।

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