देहरादून: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को उधम सिंह नगर में आयोजित स्वागत एवं अभिनंदन कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने उद्बोधन में कहा कि किसी एक कार्य के पूर्ण होने पर आराम से नहीं बैठना है, अपितु अगले कार्य की तैयारी शुरू कर देनी है यही हमारी कार्य संस्कृति है। उन्होंने कहा कि आप सभी के द्वारा प्रदेश में की गई मेहनत का ही परिणाम है की हमने प्रदेश में इतिहास रचते हुए विभिन्न मिथकों को तोड़कर प्रचंड बहुमत से लगातार दूसरी बार सरकार बनाई है।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देशवासियों की लम्बे समय से की जाने वाली कई मांगों को पूरा किया है, अयोध्या में रामलला सालों से टेंट में थे लेकिन अब केंद्र सरकार के नेतृत्व में राम मंदिर बनाने का कार्य शुरू हो चूका है, जल्दी ही हम भव्य राम मंदिर में रामलला के दर्शन करेंगे, इसी तरह लम्बे समय से देशवासियों द्वारा कश्मीर से धारा 370 हटाने की मांग की जा रही थी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में आज कश्मीर से धारा 370 भी हटाई जा चुकी है।
हमने चुनाव से पहले उत्तराखंड की जनता के समक्ष कहा था कि हमारी सरकार आते ही कॉमन सिविल कोड लागू करेंगे, हमारी सरकार का गठन होते ही कैबिनेट की पहली बैठक में हमने कॉमन सिविल कोड का ड्राफ्ट बनाने हेतु कमेटी गठन करने का निर्णय लिया है, जल्दी ही प्रदेश में कॉमन सिविल कोड लागू कर दिया जाएगा, मैं देश के अन्य राज्यों से भी यह कानून लागू करने की मांग करता हूँ।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने उत्तराखंड कि देवतुल्य जनता के समक्ष जो भी वादे किए थे उन सब को पूरा करने के लिए सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है और सरकार ने उन वादों को निभाने के लिए विभिन्न योजनाओं क्रियान्वयन भी आरंभ कर दिया है। उन्होंने कहा कि सभी पर्यावरण मित्रों का मानदेय बढ़ाकर प्रतिदिन ₹500 करने के साथ ही परिवार के दोनों पति पत्नी को वृद्धावस्था पेंशन का लाभ सरकार द्वारा दिया जा रहा है। चुनाव से पहले गरीब परिवारों के लिए 1 साल में तीन मुफ्त सिलेंडर देने का वादा किया था इसके लिए हमने बजट का प्रावधान कर दिया है और इस योजना को जल्दी ही प्रदेश में लागू कर दिया जाएगा।
इस अवसर पर विधायक शिव अरोरा, मेयर रुद्रपुर रामपाल सिंह, पूर्व सांसद बलराज पासी, भाजपा प्रदेश मंत्री राजेंद्र बिष्ट, विधायक अरविन्द पांडेय, पूर्व विधायक राजेश शुक्ला सहित बड़ी संख्या में जनता उपस्थित थी।