सेमीकॉनइंडिया सम्मेलन 2022 में क्या बोले भारतीय प्रधानमंत्री
सेमी-कंडक्टर टेक्नोलॉजी को भारतीय अर्थव्यवस्था को ताकत देने वाले प्रमुख स्तम्भ के रूप में माना जाता है और अब भारत सरकार ने ठान लिया है कि सेमीकंडक्टर टेक्नोलॉजी का उपयोग देश के विकास के लिए बेहतर से बेहतर रूपों में किए जाने की हर संभव कोशिशें की जाएंगी। इसी कड़ीं में बेंगलुरु में आयोजित ‘सेमीकॉनइंडिया सम्मेलन 2022 के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि मुझे खुशी है कि ऐसा सम्मेलन भारत में हो रहा है। आखिरकार, सेमी-कंडक्टर दुनिया में भारत काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा, जितनी हम कल्पना कर सकते हैं, उससे भी काफी ज्यादा।
पीएम मोदी का कहना था कि मैं भारत के सेमी-कंडक्टर प्रौद्योगिकियों में आकर्षक निवेश की दिशा में 6 कारण देखता हूं :
- भारत 1.3 बिलियन से अधिक भारतीयों को जोड़ने के लिए डिजिटल बुनियादी ढांचे का निर्माण कर रहा है और UPI आज दुनिया का सबसे कुशल भुगतान ढांचा बन गया है। हम हर क्षेत्र में डिजिटल तकनीक का उपयोग कर रहे हैं।
- दूसरा, भारत सरकार भारत के लिए अगली प्रौद्योगिकी क्रांति का नेतृत्व करने का मार्ग प्रशस्त कर रही है। 6 लाख गांवों को ब्रॉडबैंड से जोड़ने के काम पर सरकार लगी है। भारत 5G, इंटरनेट ऑफ थिंग्स और स्वच्छ ऊर्जा प्रौद्योगिकियों में निवेश कर रहा है।
तीसरी, भारत मजबूत आर्थिक विकास की ओर बढ़ रहा है और उसके पास दुनिया का सबसे तेजी से बढ़ने वाला स्टार्टअप इको-सिस्टम है। नए यूनिकॉर्न आ रहे हैं। भारत में सेमी-कंडक्टर की खपत 2026 तक 80 बिलियन डॉलर और 2030 तक 110 बिलियन डॉलर को पार करने की संभावना है।
- चौथा भारत में व्यापार के लिए व्यापक सुधार देश में किए गए हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले साल हमने 25,000 से अधिक अनुपालनों को समाप्त किया है और लाइसेंसों के ऑटो-नवीनीकरण पर जोर दिया।
- पांचवां, हम 21वीं सदी की जरूरतों के लिए युवा भारतीयों के कौशल और प्रशिक्षण पर भी निवेश कर रहे हैं। हमारे पास एक असाधारण सेमी-कंडक्टर डिज़ाइन टैलेंट पूल है।
- छठा, हमने भारतीय विनिर्माण क्षेत्र को बदलने की दिशा में कई उपाय किए हैं। ऐसे समय में जब मानवता महामारी से लड़ रही थी, भारत न केवल देश के लोगों के स्वास्थ्य में सुधार कर रहा था बल्कि हमारी अर्थव्यवस्था के स्वास्थ्य में भी सुधार कर रहा था।