9 मई को रूस का विजय दिवस, पुतिन हुए और सख्त, बोले- यूक्रेन में सेना का हमला जारी रहेगा
मास्को। रूस-यूक्रेन के बीच युद्ध का दौर लगातार जारी है। दोनों देशों में कोई भी एक-दूसरे के सामने झुकने के लिए तैयार नहीं है। इन सबके बीच 9 मई को रूस के लिए बड़ा दिन है क्योंकि इस दिन रूस विजय दिवस मनाता है। इस अवसर पर जहां पुतिन के देश में जश्न का माहौल रहेगा वहीं यूक्रेन के ऊपर मुसीबत और बढ़ने वाली है। क्योंकि, रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने चेतावनी देते हुए कहा है कि हम विजय दिवस को देखते हुए यूक्रेन में सैन्य कार्रवाई में कोई बदलाव नहीं करेंगें। हमारी सेना हमले जारी रखेगी।
रूस का यह बयान तब आया है जब नाटो के पूर्व प्रमुख रिचर्ड शेरिफ ने यूक्रेन में रूस के साथ सबसे खराब स्थिति में युद्ध के लिए पश्चिम को खुद को तैयार करने की चेतावनी दी। इस बीच ब्रिटेन के रक्षा सचिव बेन वालेस ने भी इस बात की जानकारी दी है कि पुतिन 9 मई को रूस के विजय दिवस परेड का इस्तेमाल यूक्रेन के खिलाफ फाइनल लड़ाई में अपने भंडार को बढ़ाने की घोषणा करने के लिए कर सकते हैं।
रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा कि हम नहीं चाहते कि देश में जश्न का माहौल हो और किसी भी तरह की अनहोनी हो जाए इसलिए, हम इस दिन यूक्रेन में अपनी सैन्य कार्रवाई और तेज करेंगे। हमारे सैनिक पश्चिमी देशों के मंसूबों को कामयाब होने नहीं देंगे। इस दौरान उन्होंने नाटो देशों को भी खरी-खोटी सुनाई।
लावरोव से जब पत्रकारों ने पूछा कि क्या रूस, यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की को आत्मसमर्पण करवाना चाहता है? इस सवाल का जवाब देते हुए लावरोव ने कहा कि मॉस्को आत्मसमर्पण की मांग नहीं कर रहा है लेकिन मांग करता है कि वह पूर्वी यूक्रेन में कैद में रह रहे सभी नागरिकों को रिहा करे और प्रतिरोध को रोकने का आदेश दे। लावरोव ने जोर देकर कहा कि रूस पूर्वी यूक्रेन में सभी लोगों के लिए सुरक्षा सुनिश्चित करना चाहता है ताकि उन्हें इस देश के सैन्यीकरण या नाजीकरण से कोई खतरा न हो और यूक्रेन के क्षेत्र से रूसी संघ की सुरक्षा के लिए कोई खतरा न हो।