पौड़ी के जामली पोखरी में पतंजलि थेरेपी के अत्याधुनिक केन्द्र का किया शुभारम्भ
पौड़ी : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा कि जीवन के लिए योग जरूरी है, जिससे स्वास्थ्य की समस्या अपने आप समाप्त हो जाएगी। पतंजलि के वेलनेस सेंटर बनने से यहां हरियाली दिख रही है। योगी ने यह बात बुधवार को ग्राम जामली पोखरी में पतंजलि वेलनेस की योग, आयुर्वेद एवं प्राकृतिक चिकित्सा की इंटिग्रेटेड थेरेपी के अत्याधुनिक केन्द्र ‘वेदा लाइफ निरामयम्’ का शुभारम्भ के अवसर पर कही। कैबिनेट मंत्री प्रेम चन्द अग्रवाल ने भी मुख्यमंत्री के पैतृक गांव पहुंचकर योगी आदित्यनाथ से शिष्टाचार भेंट की। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज से लगभग 15 वर्ष पूर्व यह एक सूखा स्थान था, लेकिन वेलनेस सेंटर बनने से यहां हरियाली दिख रही है। इस तरह के सेंटर उत्तराखण्ड में अन्य स्थानों पर भी स्थापित होने चाहिए। उन्होंने कहा कि यह पूरा क्षेत्र मेडिकल, हर्बल इको टूरिज्म में देश दुनिया का आकर्षण बन सकता है। यहां के उत्पाद हर्बल व बिना कैमिकल के उगाए जाते हैं। बिट्रिश काल में भी टीबी के इलाज के लिए लोगों को पहाडो में भेजा जाता था, जिससे शुद्ध हवा में वे स्वस्थ हो सके। उन्होंने कहा कि पहले इस क्षेत्र में अच्छी खेती होती थी लेकिन आज पलायन के कारण पहाड़ खाली हो रहे है। पलायन को रोकने के लिए सरकार के साथ स्वयसेवी संस्थाओं और धमार्थ संस्थाओं को मिलकर आगे आना होगा।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि पतंजलि ने यहां पहाड़ की चोटी पर पानी पहुंचाया है जो बहुत बड़ी बात है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का सपना हर घर जल का सपना साकार हो रहा है। पहले यहां नदियों में पानी होता था लेकिन आज नदियां सूख रही हैं, जिसे रोकने के लिए वृक्षारोपण, चैक डैम, रेन वाटर हारवेस्टिंग सहित अन्य उपाय करने होंगे ताकि पहाड़ों में अन्दर तक पानी पहच सके। यह जीव जन्तुओं के लिए वरदान साबित होगा। उन्होंने कहा कि यह केन्द्र उत्तराखण्ड के साथ अन्य राज्यों के लिए भी मॉडल के रूप में कार्य करेगा और महत्वपूर्ण योगदान देगा। उन्होंने पतंजलि वेलनेस सेंटर में 02 किमी चढ़ाई पर पानी लाने के लिए रामदेव बाबा का धन्यवाद किया।
योग गुरु स्वामी रामदेव ने कहा कि योगी संसार के कल्याण के लिए होता है। पूरा उत्तराखण्ड और यमकेश्वर योगी के लिए गौरवान्वित महसूस करता है। भारत और भारतीयता के विरोधी लोगों की आंखों में भगवा चुभता है। उन्होंने कहा कि हरिद्वार और गुरुग्राम में इस तरह के वेलनेस सेंटर स्थापित किये जा चुके हैं। हमने योग व आयुर्वेद से लोगों को ठीक कर एलोपैथिक दवाओं से मुक्ति दिलाई है। यह सेंटर टूरिज्म, वेलनेस, हेल्थ, रिलिजस टूरिज्म व इको टूरिज्म का सूत्रपात बनेगा। उन्होंने कहा कि यहां नए आरोग्य आन्दोलन का सूत्रपात हो रहा है, जिससे आयुर्वेद के क्षेत्र में क्रांति आएगी। इससे पूर्व अपने पैतृक गांव पंचूर में अपने भतीजे के मुंडन कार्यक्रम में शामिल हुए और अपने भतीजे अनन्त बिष्ट को आशीर्वाद दिया। परमार्थ निकेतन से आए महानुभावों ने भी मुख्यमंत्री से मुलाकात कर उन्हें स्मृति चिन्ह भेंट किया। इस अवसर पर आचार्य बालकृष्ण, परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानन्द महाराज, उच्च शिक्षा मंत्री डॉ धन सिंह रावत, पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, यम्केश्वर विधायक रेनु बिष्ट, जिलाधिकारी डॉ.विजय कुमार जोगदंडे, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक यशवंत सिंह चौहान, उप जिलाधिकारी यमकेश्वर प्रमोद कुमार, चौबट्टाखाल संदीप कुमार सहित अन्य अधिकारी व जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।