देहरादून: उत्तराखंड अपनी समृद्ध जैव विविधता के लिए पूरी दुनिया में जाना जाता है। यहां विभिन्न प्रजाति के जीव जंतु और वनस्पतियां पाए जाते हैं। हाल ही में यहां पहली बार “किंग क्रो बटरफ्लाई” ( King Crow Butterfly) देखी गई है। यह खास बात इसलिए है कि उत्तराखंड में अभी तक 450 प्रजातियों की तितलियां पाई जाती हैं लेकिन किंग क्रो पहली बार देखी गई है। इससे पहले किंग क्रो बटरफ्लाई की उपस्थिति भारत के उत्तर पूर्वी राज्यों में ही थी। यह तितली की कॉमन प्रजाति नही है बल्कि यह बहुत ही विशिष्ट प्रजाति है।
उत्तराखंड में पहली इसकी खोज हाल ही में नैनीताल के भुजिया घाट एरिया में हुई है । यह उत्तराखंड में पहला अवसर और पहला स्थान है जहां तितली की इस प्रजाति को देखा गया है। चीफ़ कंजर्वेटर ऑफ फ़ॉरेस्ट ( रिसर्च) संजीव चतुर्वेदी ने इस बात की पुष्टि की है। इससे पहले उत्तर भारत में इस तितली प्रजाति को उत्तर प्रदेश के कतर्नियाघाट वाइल्डलाइफ सैंक्चुअरी में ही देखा गया है।
इस किंग क्रो तितली के बारे में एक विचित्र बात यह है कि यह जहरीले मिल्कवीड को अपना आहार बनाती है। इसकी दो उप प्रजातियां ब्राउन और ब्लू किंग क्रो हैं। आपको बता दें कि कुछ समय पहले 88 साल बाद गोल्डन बर्डविंग नामक हिमालयी तितली की एक प्रजाति की भी खोज की गई है जो अपने आकार के संदर्भ में भारत की सबसे बड़ी तितली बन गई है।
( लेखक दस्तक टाइम्स के उत्तराखंड संपादक हैं )