जैव-विविधता-मानव जीवन के लिये आवश्यक घटक : प्रमुख सचिव वन
भोपाल: जैव-विविधता आज के परिप्रेक्ष्य में मानव जीवन के लिये आवश्यक घटक है। इसका अस्तित्व बनाये रखना बेहद जरूरी है। प्रमुख सचिव वन अशोक वर्णवाल ने यह बात अंतर्राष्ट्रीय जैव-विविधता दिवस पर रविवार को आरसीव्हीपी नरोन्हा प्रशासन अकादमी में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही।
श्री वर्णवाल ने कहा कि जैव-विविधता संरक्षण के लिये जैव-विविधता प्रबंधन समितियों की सक्रियता और जैव-विविधता संस्थानीय समुदायों की भागीदारी आवश्यक है। इसके लिये बोर्ड द्वारा वन परिक्षेत्र स्तर पर तैयार किये जा रहे मास्टर-ट्रेनर की भूमिका महत्वपूर्ण साबित हो सकेगी।
प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख आर.के. गुप्ता ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। उन्होंने बताया कि स्थानीय जैव-विविधता का संरक्षण एवं पारम्परिक ज्ञान के दस्तावेजीकरण के लिए लोक जैव-विविधता पंजी की गुणवत्ता बनाए रखने के लिये इससे जुड़े व्यक्तियों का सक्रिय सहयोग लेना होगा।
पुस्तक का हुआ विमोचन
म.प्र. राज्य जैव-विविधता बोर्ड द्वारा ई-पुस्तक एवं जैव-विविधता दिग्दर्शिका पुस्तक का विमोचन किया गया।
राज्य स्तरीय पुरस्कार
इस मौके पर राज्य स्तरीय वार्षिक जैव-विविधता पुरस्कार-2021, म.प्र. राज्य जैव-विविधता क्विज-2021, श्रेष्ठ लोक जैव-विविधता पंजी पुरस्कार, चित्रकला प्रतियोगिता (तीन श्रेणियों में) के पुरस्कार, म.प्र. राज्य प्रवासी पक्षी ऑनलाइन फोटोग्राफी प्रतियोगिता-2021 और पृथ्वी दिवस पर हुई ऑनलाइन क्विज प्रतियोगिता-2022 के पुरस्कार वितरित किये गये।