नई दिल्ली : दैनिक जीवन में कामकाज के दौरान अक्सर चोट लग जाती हैं या मोच आ जाती हैं जिसके बाद दर्द और सूजन का सामना करना पड़ता हैं। खासतौर से बच्चे खेलने के दौरान इधर-उधर गिरते रहते हैं और उन्हें मामूली चोट आ ही जाती हैं।
ऐसे में दादी-नानी के नुस्खें बहुत काम आते हैं जो आपकी तकलीफ को मिनटों में दूर करने का काम करते हैं। आज इस कड़ी में हम आपको कुछ ऐसे ही घरेलू नुस्ख़ों की जानकारी देने जा रहे हैं जो चोट-मोच और सूजन में आपको राहत देने का काम करेंगे। तो आइये जानते हैं इन नुस्खों के बारे में…
– सेंधा नमक को पानी में डालकर इसमें कपड़े को भिगोकर चोटवाले स्थान पर सेंक करने से आराम मिलता है।
– जहां चोट लगी हो, वहां पर अजवायन पीसकर लगाएं और कपड़े से बांध दें।
– यदि कोई अंदरूनी चोट लगी हो, तो एरंड के पत्ते पर सरसों का तेल लगाएं। इसे आग में हल्का सेंककर चोट पर लगाकर बांध दें।
– त्वचा या घाव से बहते ख़ून पर फिटकरी पीसकर बुरक दीजिए। इससे ख़ून का बहना रुक जाएगा।
– नीम की हरी पत्तियों को पीसकर उसकी लुगदी बनाकर घाव पर रखकर पट्टी बांध दें।
– गूलर के पत्तों को पीसकर घाव पर कुछ दिनों तक लगाने से घाव शीघ्र भर जाता है।
– घाववाली जगह पर फिटकरी को भूनकर लगाएं। इससे भी घाव जल्दी भरता है।
– यदि चोट लगे हुए स्थान से लगातार ख़ून बह रहा हो, तो कपड़े को मिट्टी के तेल में भिगोकर बांधे। ख़ून का बहना रुक जाएगा।
– चोटवाली जगह पर खानेवाला चूना व शहद मिक्स करके लगाने से चोट जल्द ठीक हो जाती है।
– हाथ-पैर में हुए फ्रैक्चर से सूजन व दर्द होने पर प्याज़ को कूटकर उसमें हल्दी व सरसों का तेल मिला लें। इसे हल्का गर्म करके चोटवाले स्थान पर बांधकर रातभर रहने दें।
– चोट के कारण घाव हो गया हो, तो वहां पर घी में कपूर मिलाकर लगाएं।
– हल्दी व सरसों को मिक्स करके हल्का गर्म कर लें। इसे चोट पर लगाकर उसके ऊपर एरंड के पत्ते लगाकर बांध देने से चोट में लाभ होता है।
– यदि पत्थर या लकड़ी की चोट से सूजन हुई हो, तो इमली के पत्तों को उबालकर चोटवाली जगह पर लगाकर बांधें। इसके अलावा चूना व हल्दी को गर्म करके लगाने से भी फ़ायदा होगा।
– जब कभी शरीर के किसी अंग पर चोट लग जाए, तब अदरक को कद्दूकस करके पानी में हल्का-सा उबालकर उस स्थान पर लगाएं।
– दूब को पीसकर चोट पर लगाने से भी लाभ होता है।
– 4 चम्मच सरसों के तेल में 4-5 लहसुन की कलियां व एक चम्मच हल्दी पाउडर मिलाकर धीमी आंच पर हल्का-सा गर्म कर लें। इसे चोटवाली जगह पर लगाकर कपड़े से बांध लें।
– मोच के स्थान पर सरसों का तेल लगाकर उस पर हल्दी का पाउडर छिड़कें तथा छोटे तौलिए से ढंक दें। एक कपड़े में नमक की पोटली बांध लें। इसे तवे के ऊपर गर्म करके तौलिए के ऊपर से सहने योग्य सेंक करें।
– चोट के कारण घाव होने पर 20-25 नीम की ताज़ी पत्तियों को तोड़कर पानी के साथ पीस लें और साफ़ कपड़े से छान लें। इसमें चुटकीभर हल्दी डाल दें। फिर इस रस में रुई के फाहे को भिगोकर तवे पर थोड़ा-सा घी डालकर गर्म करें। जब रुई जलने लगे, तो उसे हटाकर थोड़ा-सा ठंडा कर घाव पर लगाकर पट्टी बांध दें।
– यदि मोच की वजह से सूजन हुई हो, तो सूजन को दूर करने के लिए गुनगुने पानी में फिटकरी मिलाकर मोचवाली जगह पर सिंकाई करें।
– चोट लग जाने पर गेहूं के आटे में सरसों का तेल मिलाकर चोट पर रखकर कपड़े से बांध दें।
– तुलसी के पत्तों को पीसकर चोट पर लगाने से घाव जल्दी भर जाता है।