जम्मू कश्मीर हाइवे पर विस्फोट, तीन सगे भाईयों ने गंवाई जान
विस्फोट मोर्टार शेल में बताया जा रहा है। फिलहाल इस मामले में सेना और पुलिस की बम निरोधक यूनिट जांच कर रही है। शेल कहां से यहां पहुंचा, इसे लेकर भी जांच शुरू कर दी गई है।
पुलिस के अनुसार क्षेत्र में कबाड़ इकट्ठा करने गए बच्चों में से किसी ने उक्त शेल को पत्थर पर मारा, जिससे जोरदार धमाका हुआ। इस दौरान उक्त स्थान पर विशालकाय पत्थर भी टूट गया जिसकी चपेट में तीन सगे भाई आ गए।
उनकी मौके पर ही मौत हो गई। मृतक महेश (15), दीपू (10) और सोनू (7) की पहचान इनकी मां ने कपड़ों से की है। मृतक के पिता भोलानाथ (मूल निवासी रामबन) बिरमा नाले के पास क्रशर में दिहाड़ीदार है।
बताया जाता है कि जिस जगह हादसा हुआ, वहां कई साल पहले फायरिंग रेंज थी। यह कयास लगाया जा रहा है कि बारिश के पानी से नाले में दबा शेल बाहर निकल आया होगा। डीआईजी सुरेंद्र गुप्ता के अनुसार दोपहर डेढ़ बजे के करीब विस्फोट की सूचना मिली।
इसे लेकर भी सेना के साथ मिलकर जांच शुरू कर दी गई है। उन्होंने मामले में आतंकियों का हाथ होने से इंकार करते हुए कहा कि विस्फोट सुनसान जगह पर हुआ है। पुलिस ने विशेष जांच टीम का गठन किया है।
एसएसपी सुलेमान चौधरी के अनुसार दो भाईयों के मरने की पहले ही पुष्टि हो गई थी, जबकि तीसरे के शरीर के अंग भी प्राप्त हुए हैं। सुबह तीनों भाई नाले के नजदीक से ही लकड़ी जमा कर घर छोड़ आए थे।
उसके बाद दोबारा वह मां को बताकर एक साथ घर से निकले थे। गौरतलब है कि क्रशर में काम करने वालों की क्षेत्र में एक बस्ती बसी है। इसमें कई लोग कबाड़ भी जमा करते हैं।
शेल में से कुछ निकालने के प्रयास में हादसा हुआ होगा। उत्तरी कमान के प्रवक्ता कर्नल एसडी गोस्वामी के अनुसार सैन्य शिविरों को अलर्ट कर दिया गया है। जिंदा शेल कहां से आया, इसकी भी जांच की जा रही है। सेना की टीम ने मौके पर जाकर जायजा लिया है।
उधमपुर में विस्फोट में तीन सगे भाइयों की मौत पर मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद, उप मुख्यमंत्री डा. निर्मल सिंह, पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती, पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला तथा नेकां के संभागीय अध्यक्ष देवेंद्र सिंह राणा ने दुख प्रकट किया है। मुख्यमंत्री ने डीसी को घटना की जांच करने तथा पीड़ित परिवार को हर संभव सहायता उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।