नई दिल्ली : भारत एक विभनताओं का राष्ट्र है। यह यह तरह तरह की बोलिया बोली जाती है और हर जगह का अपना अलग रहन सहन है। यहाँ तक की इनकी मान्यताये और रीती रिवाज भी भिन्न भिन्न है। भारत की महिलाओं को यहां पर नाना प्रकार की ज्वैलरी में देखा जाता है। महिलाओं का एक खास आभूषण है बिछिया जो अक्सर भारत की हर विवाहित महिला के पैरों में देखी जाती है। इस बिछिया के पीछे कई वैज्ञानिक कारण है। इसके साथ ही यह गर्भाशय नियंत्रण में भी बहुत सहायक है।
वैज्ञानिक कारण:- बिछिया को हमेशा पैर की दूसरी उंगली में ही पहना जाता है। यह बिछिया पैर की दूसरी उंगली में पहनने से प्रजनन क्षमता बढ़ाने में बहुत अहम भूमिका निभाती है। गर्भाशय नियंत्रण में भी सहायक है और गर्भाशय में ब्लड प्रेशर भी सन्तुलित रहता है। एक्यूप्रेशर का भी काम करती है जिसमें आपके पैरों के तलते से लेकर नाभि तक की सभी नाड़ियां और पेशियां व्यवस्थित होती है।
वैदिक कारण:- वेदों के अनुसार भी बिछिया का अहम रोल है। वेदों का मानना का मानना है कि बिछिया को दोनों पैरों में पहनने से महिलाओं का मासिक चक्र नियमित होता है।